
सीकर. कर्ज माफी समेत कई मांगों को लेकर किसानों की ओर से सीकर में किए जा रहे चक्का जाम के दौरान अब तक शांति बनी हुई है। जिलेभर से किसी अप्रिय घटना की खबर नहीं है। तीन सौ से ज्यादा स्थानों पर किसान शांति से जाम लगा रखा है।
जाम का असर सीकर समेत राजस्थान के छह जिलों में देखने को मिल रहा है। इसके अलावा एनएच 65 सीकर के फतेहपुर से शुरू होकर चूरू होते हुए हरियाणा जाता है। एनएच 65 पर भी वाहनों का आवागमन बाधित रहा।
कृषि मंडी के दरवाजे के बाहर बैठे
कृषि मंडी में सभा करने के बाद दोपहर को किसान बड़ी संख्या में बाहर निकले। किसान कलक्ट्रेट का घेराव करने के लिए कूच करने का ऐलान पहले ही कर चुके थे, ऐसे में प्रशासन ने कृषि मंडी के मुख्य दरवाजे के बाहर कलक्ट्रेट की ओर जाने वाले सभी रास्ते बंद कर दिए।
मंडी के दरवाजे के पास भारी संख्या में पुलिस जाप्ता तैनात कर दिया। उधर, किसान दरवाजे से आगे नहीं बढ़े और सडक़ पर ही टेंट लगाकर महापड़ाव डाल दिया। किसान नेताओं के आह्वान पर जिलेभर में भी किसान जिस मार्ग को जाम कर रखा था, वहीं पर टेंट लगाकर बैठ गए हैं। फिलहाल मंडी के सामने सडक़ पर एक तरफ किसान जाम लगाकर बैठे हैं तो दूसरी ओर भारी संख्या में पुलिसबल तैनात है।
कलक्ट्रेट के सभी रास्ते बंद
किसानों ने कलक्टे्रट का घेराव व इसके सामने ही खाना बनाकर खाने की घोषणा की थी। उधर, प्रशासन ने कलक्ट्रेट व आस-पास के इलाके में धारा 144 लागू कर दी। वहीं कलक्ट्रेट की तरफ आने वाले सभी रास्तों को भी बंद कर दिए। आम लोगों का आवागमन भी बंद रहा। बाजारों में भी सन्नाटा पसरा रहा। दुकानें तो खुली, मगर ग्राहक नहीं आए।
डिपो में ही खड़ी रही बसें
सोमवार सुबह से रोडवेज बसें नहीं चली। सभी बसें सीकर आगार के डिपो में ही खड़ी रही। उधर, झुंझुनूं, चूरू व बीकानेर की बसें भी सीकर होते हुए जयपुर नहीं जा सकी। ऐसे में यात्रियों को खासी परेशानी का सामना करना पड़ा। हालांकि शहर में ऑटो तो चले।
Updated on:
11 Sept 2017 04:54 pm
Published on:
11 Sept 2017 04:26 pm
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