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GOOD NEWS: प्रदेश भर के 3191 गांव शैडो एरिया से बाहर आएंगे

सीधी-सिंगरौली के नेटवर्कविहीन 73 गांवों को 4जी कनेक्टिविटी देगा बीएसएनएल ....

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सिंगरौली. संभाग के अन्य जिलों के अलावा सीधी व सिंगरौली के मोबाइल नेटवर्क विहीन गांवों में बीएसएनएल जल्द ही 4जी कनेक्टिविटी देने जा रहा है। आत्मनिर्भर भारत अभियान के मिशन 500 डेज के तहत सीधी के 40 और सिंगरौली के मोबाइल नेटवर्कविहीन 33 गांवों में 4जी मोबाइल सेवा शुरू की जाएगी। सर्वे के जरिए इन गांवों का चयन किया गया है। इन गांवों में अब तक किसी भी कंपनी के मोबाइल नेटवर्क की सुविधा नहीं है।

मध्यप्रदेश में योजना के तहत नेटवर्कविहीन 3191 गांवों को 4जी नेटवर्क से कनेक्ट कर दिया जाएगा। बताया गया कि मप्र के शतप्रतिशत गांवों को मोबाइल नेटवर्क से जोडऩे का कार्य केंद्र और मप्र शासन की प्राथमिकता में है। मिशन 500 डेज के तहत सीधी व सिंगरौली के गांव भी चयनित किए गए हैं। इस संबंध में विज्ञान एवं प्रोद्योगिकी विभाग के प्रमुख सचिव ने कलेक्टर से टॉवर स्थापित करवाने में बीएसएनएल के अधिकारियों को सहयोग देने को कहा है।

संभाग में नेटवर्क विहीन गांवों की स्थिति
रीवा संभाग में नेटवर्क विहीन गांव रीवा में 32, सतना में 63, सीधी में 40 और ङ्क्षसगरौली में 33 हैं। पन्ना जिले में 144 गांव नेटवर्क विहीन हैं। इसी तरह सबसे ज्यादा नेटवर्क विहीन गांव वाले जिलों में बालाघाट में 123, बड़वानी में 348, बैतूल में 272, धार में 157, होशंगाबाद 107, खरगोन 194, श्योपुर के 108 गांव शामिल है। प्रदेश में कुल 3191 नेटवर्क विहीन गांवों में 500 दिन के अंदर 4जी मोबाइल सेवा बीएसएनएल प्रारंभ कर दी जाएगी।

सिंगरौली में चितरंगी तक मिलेगा नेटवर्क
वर्तमान में चितरंगी सहित दूरस्थ अंचल के एक बड़े इलाके में मोबाइल नेटवर्क नहीं है। चितरंगी व देवसर तहसील के कई गांवों में आज भी मोबाइल सेवा नहीं है। चुनाव के दौरान भी इन गांवों को नेटवर्क के मामले में शैडो एरिया में शामिल कर समानान्तर व्यवस्था करनी पड़ती है, लेकिन बीएसएनएल की इस पहल के बाद चितरंगी व देवसर के दूरस्थ गांवों में निर्बाध मोबाइल नेटवर्क मिलेगा वहीं शैडो एरिया भी खत्म हो जाएंगे।

सीधी में ज्यादातर कुसमी के गांव चयनित
सीधी जिले के चयनित 40 गांवों में ज्यादातर गांव कुसमी तहसील के हैं। इसके अलावा गोपदबनास, मझौली व रामपुर नैकिन के भी नेटवर्कविहीन गांवों को टॉवर लगाने के लिए चयनित किया जाएगा। बीएसएनएल अधिकारियों के मुताबिक सर्वे के जरिए गांवों को चयनित करने के बाद अब कलेक्टर की मदद से गांव में स्थान चिह्नित कर टावर लगाने की प्रक्रिया शुरू की जाएगी।

सिंगरौली के ये गांव जुड़ेंगे 4जी सेवा से
सिंगरौली जिले के 33 गांवों को प्रथम चरण में लिया गया है। इसमें सबसे ज्यादा चितरंगी और फिर देवसर के गांव शामिल हैं। इसके अलावा माड़ा, सिंगरौली व सरई तहसील के भी नेटवर्कविहीन गांवों को लिया गया है। चितरंगी के अमसी, बगदा, भितरी, बोदरहवा, डेर, घुमाडांड, दुरदुरा, घोदर, गिदउहा, गुलरिहा, खैरछन, माझीगांव, मोहगढ़ी, नैकहवा, पिपरवा टोला, रेडी, सुधा शामिल है।
जबकि देवसर तहसील के भलुही टोला, भटौला, बिरछी, चौराडांड, खैराखूटा व परमा में फोरजी नेटवर्क उपलब्ध कराने के लिए टॉवर लगाए जाएंगे। इसी प्रकार माड़ा तहसील के महदेवा टोला में, सरई तहसील के करमा टोला, लदबई व मदरईच में टॉवर लगाया जाएगा। फोरजी नेटवर्क के लिए सिंगरौली तहसील के चूडचुडिय़ा, देवरी कला, गुंघवा,, करकोटा, मुड़वनिया टोला व पलहवा गांव में टावर लगाए जाने का निर्णय लिया गया है। सर्वे कार्य अभी एक दिन पहले पूरा किया गया है।

सर्वे के जरिए सीधी के चयनित गांव
फोरजी नेटवर्क की सुविधा देने के लिए सर्वे के जरिए सीधी के कुसमी तहसील से मनवारी, बैगवा, रुंडा, बंधाडोल, जवारी टोला, पुरैनडोल, बैलाताल, कुरछू, केसलार, बेलगांव, अमराडांडी, अमरोला, केसखेड़ा, बेंदौ, खम्हरिया, गढ़वाही, दिहरा, घोरबंधा, लवाही, नवानगर, आमगांव, हैकी, पनखोरा, दोकरबांध, कोदर, फुलवा, बघवार, बदवाही, कंजरा, बहेरवार, तिलिया, सैडोल, सुहिरा, सोनहरी, भमहरा, क्योटी शामिल हैं। जबकि गोपद बनास का तोनदेह व तेगवा, मझौली का बडक़ाडोल और रामपुर नैकिन का चरकी गांव चिह्नित है। इन गांवों में फोरजी नेटवर्क देने के लिए टॉवर लगाए जाएंगे।

वर्जन -
फोरजी नेटवर्क की सुविधा देने के लिए नेटवर्कविहीन गांवों को चिह्नित किया गया है। अब गांवों में टॉवर लगाने के लिए जमीन मुहैया कराने सहित अन्य व्यवस्था को लेकर कार्य शुरू किया जाएगा।
आरपी साहू, एसडीओ बीएसएनएल सिंगरौली।