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सिंगरौली. देर से ही सही, जिम्मेदार अधिकारियों ने ग्रामीण अंचलों में पेयजल आपूर्ति की व्यवस्था दुरूस्त करने की सुध ले ली है। सब कुछ योजना के मुताबिक हुआ तो पेयजल संकट से कई गांवों को राहत मिल जाएगी। सोमवार को जिला योजना समिति की बैठक और प्रभारी मंत्री की ओर से जारी निर्देशों के मद्देनजर अधिकारी इस कोशिश में हैं कि नल-जल की ज्यादातर योजनाएं अगले महीने के अंत तक हर हाल में शुरू हो जाए।
जल्द शुरू होगी योजनाएं
ग्रामीण अंचलों में पेयजल की व्यवस्था को दुरुस्त करने के बावत लोक स्वास्थ्य यांत्रिकी विभाग के अधिकारियों ने मुख्यमंत्री ग्राम पेयजल योजना के साथ पूर्व से संचालित योजनाओं को भी जल्द से जल्द शुरू करने का निर्णय लिया है। विभाग की ओर से तय योजना के मुताबिक पेयजल की पूर्व में संचालित कुल १२२ योजनाओं में से ११३ योजना के जरिए वर्तमान में पेयजल की आपूर्ति की जा रही है, लेकिन नौ योजनाएं ठप हैं। इन योजनाओं को ग्राम पंचायत या फिर निविदा के जरिए शुरू किए जाने की तैयारी है। विभाग को मिले निर्देशों के अनुरूप बंद पड़ी उन योजनाओं को ग्राम पंचायत के माध्यम से दोबारा चालू कराया जाएगा, जिनमें लागत पांच लाख रुपए से कम है। इससे अधिक खर्च वाली बंद योजनाओं को दोबारा शुरू करने के बावत निविदा की प्रक्रिया अपनाई जाएगी। विभागीय अधिकारियों ने ठप पड़ी योजनाओं को दोबारा शुरू करने के बावत खर्च के अनुमान की रिपोर्ट संबंधितों से मांग ली है। खर्च का विवरण प्राप्त होने के बाद आगे की कार्रवाई शुरू कर दी जाएगी।
नई योजना में शामिल किए गए हैं 12 गांव
लोक स्वास्थ्य यांत्रिकी विभाग के अधिकारियों की माने तो नई योजना मुख्यमंत्री ग्राम पेयजल योजना के तहत १२ गांवों में नल-जल योजना शुरू करना है। प्रत्येक विकासखंड उन चार गांवों को पेयजल आपूर्ति के बावत चिह्नित किया गया है, जहां गर्मी के दिनों में पानी की भयानक संकट रहता है। विभाग की ओर से की गई तैयारी के मुताबिक मार्च के अंतिम सप्ताह तक दो, जून में नौ व इसके बाद एक योजना को शुरू किया जाएगा। मार्च में बैढऩ के चाचर व बडग़ढ़ गांव में योजना से जल आपूर्ति शुरू की जाएगी, जबकि जून में चितरंगी के पराई, घोघरा, कसर व धवई में, देवसर के ओडग़ड़ी, ओबरी व गन्नई में और बैढऩ के सिद्धीखुर्द व बंधा में योजना के जरिए जल आपूर्ति शुरू की जानी है। इसी महीने डीएमएफ के जरिए बैढऩ के मझौली में भी योजना शुरू की जाएगी। इसके बाद देवसर के बाघाडीह गांव में योजना शुरू की जाएगी।
गांव, जहां ठप है पूर्व से संचालित योजना
अधिकारियों के मुताबिक चितरंगी के पतेरी, खरकटा व लोटान में, देवसर के भयसाहुड़, चरकी, पुरैल व महुगांव में और बैढऩ के हर्दी व चौरा गांव में पूर्व में संचालित योजनाएं विभिन्न कारणों से ठप पड़ी है। इन सभी योजनाओं को फिर से संचालित करने की तैयारी शुरू की गई है।
Published on:
27 Feb 2019 10:48 pm
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