– स्वास्थ्य सुविधाओं को बेहतर करने की जरूरत।
– क्षेत्र की ज्यादातर सडक़ें मांग रहीं हैं मरम्मत।
– कंपनियों में युवकों को रोजगार दिलाने की कवायद।
– फसल की सिंचाई के लिए बांधों में पानी की जरूरत।
– तकनीकी कॉलेजों व विज्ञान के पाठ्यक्रम शुरू करने की जरुरत।
सडक़, बिजली व पानी से लेकर विधानसभा क्षेत्र में अन्य कार्यों को लेकर अभी 18 निर्माण कार्य अधूरे हैं। 1.63 करोड़ रुपए के बजट का कार्य पूरा नहीं हो सका है। दूसरी ओर से स्वास्थ्य सुविधाओं पर भी कोई गौर फरमाने को लेकर कोई तैयार नहीं है।
विधानसभा क्षेत्र में शिक्षा का बुरा हाल है।केवल एक कॉलेज में कला संकाय के साथ विज्ञान संकाय है। तकनीकी शिक्षा की बात छोडि़ए दूसरे कॉलेजों में विज्ञान संकाय तक की पढ़ाईनहीं होती है। क्षेत्र में तकनीकी शिक्षा संस्थान की जरूरत है और जनप्रतिनिधियों का आश्वासन भी मिलता है, लेकिन हसरत अभी अधूरी है।
भाजपा के राजेंद्र मेश्राम 64217 वोट, 46.70 प्रतिशत विजेता
निर्दलीय प्रत्याशी बंशमणि प्रसाद वर्मा 31003 वोट, 22.55 प्रतिशत निकटतम
वोट का अंतर – 33124
बाकी 10 प्रत्याशियों की जमानत जब्त
वर्ष 2013 के विधानसभा चुनाव में भाजपा के राजेंद्र मेश्राम व निर्दलीय प्रत्याशी बंशमणि प्रसाद वर्मा के बीच टक्कर रही। अब की बार चुनाव में भाजपा की ओर से सुभाष वर्मा हैं। कांग्रेस ने पिछली बार निर्दलीय चुनाव लड़े बंशमणि प्रसाद वर्मा को अपना प्रत्याशी बनाया है।