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सिंगरौली

जनसुनवाई में महिलाओं ने SP से कहा-साहब नवानगर और नंदगांव में बिक रही हेरोइन

नशे की लत से परेशान युवाओं का गाजियाबाद में चल रहा उपचार, शिकायत लेकर एसपी के पास पहुंची दर्जनभर महिलाएं

सिंगरौलीDec 20, 2017 / 11:59 am

suresh mishra

Public Hearing in singrauli sp office

Public Hearing in singrauli sp office

सिंगरौली। एसपी साहब हेरोइन, स्मैक और ड्रग्स की ज्यादातर बिक्री नवानगर और नन्दगांव में हो रही है। नशे की लत में आपा खो बैठे दर्जनभर युवाओं का उपचार गाजियाबाद में चल रहा है। मगर यहां की पुलिस कार्रवाई में महज खानापूर्ति ही कर रही है, जिससे नशे का यह कारोबार तेजी से फल-फूल रहा है।
मंगलवार को एसपी जनसुनवाई में नवानगर से पहुंची दर्जनभर महिलाओं ने बिक्री हो रहा नशीले पदार्थ पर कार्रवाई कर अंकुश लगाने की बात कही।

एसपी विनीत जैन ने महिलाओं की बात को गंभीरता से लेकर नवानगर थाना प्रभारी को मौके पर बुलाया और कहा कि हेरोइन, स्मैक, ड्रग्स और अन्य नशीले पदार्थ की बिक्री पर थानाक्षेत्र में अंकुश लगाया जाए। शिकायतकर्ता महिलाओं ने नशीले पदार्थ बिक्री करने वालों के नाम भी एसपी को बतायी। उनके खिलाफ कड़ी कार्रवाई ेकरने की बात कही है।
कहां और कौन बेच रहा नशीला पदार्थ
शिकायत करने आई महिलाओं में प्रभावती, शीला, सविता, देवकली, सुनीता, भूमि कुशवाहा सहित अन्य महिलाओं ने बताया कि हेरोइन, स्मैक और ड्रग्स की बिक्री नन्दगांव और नवानगर में कई लोग क्षेत्र में नशीले पदार्थका बिक्री कर रहे हैं। यह सब स्थानीय पुलिस के संरक्षण में चल रहा है। पुलिस इन पर कार्रवाई करने कतरा रही है।
लंबे समय से चल रहा कारोबार
बताया गया है कि नन्दगांव में स्मैक और हेरोइन का कारोबार लंबे समय से चल रहा है। ऐसा नहीं है कि नशीले पदार्थ बिक्री की जानकारी पुलिस को नहीं है। पुलिस कमीशन के बलबूते इन पर कार्रवाईनहीं करती है। जिससे यह कारोबार आए दिन बढ़ रहा है और युवा पीढ़ी को नशे की लत में है। बता दें कि यहां के सैकड़ों लोगों का उपचार रीवा, जबलपुर या अन्य अस्पतलों में चल रहा है।
परिवार कैसे चलेगा साहब
नवानगर निवासी शीला और सविता ने बताया कि साहब परिवार के लोग हेरोइन की लत से दिमागी संतुलन खो बैठे हैं। जिनका उपचार गाजियाबाद में चल रहा है। अब महिलाएं कहां जाएं काम करने घर में छोटे बच्चे हैं। उनकी देखभाल कौन करेगा। परिवार चलाना भी बेहद मुश्किल हो गया है। यदि नशीले पदार्थकी बिक्री बंद हो जाए तो अंचल में कई घर परिवार संभल जाएंगे। इस करोबार पर अंकुश लगाइए।
महिलाएं लेकर आती हैं खेप
बिक्री करने वाले लोग हेरोइन और ड्रग्स लेने महिलाओं को साथ लेकर जाते हैं। यूपी से खरीदकर महिलाएं अपने साथ छिपाकर लाती हैं। इसे बाद यहां सड़कों पर चलते फिरते बिक्री करते रहते हैं। बिक्री करने वालों की जानकारी पुलिस को रहती है। मगर पुलिस उन पर कार्रवाई करने की जहमत नहीं उठाती। इसका वजह है कि प्रत्येक महीने कमीशन पुलिस को मिल जाता है।
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