सिंगरौली जिले के कथुरा गांव निवासी अजीत देव पाण्डेय एक किसान हैं। किसी तरह से खेती-बाड़ी कर परिवार का पालन पोषण करते हैं। अजीत का बड़ा बेटा राहुल शुरू से ही पढऩे-लिखने में होनहार था। उसके पिता उसे खूब पढ़ाना चाह रहे थे। संसाधनों की कमी के चलते खुद को लाचार महसूस कर रहे थे।
राहुल के पिता ने बताया कि बेटा पढ़ाई में दिनरात लगा रहता था। उसकी मां और वे भी लगातार उसका सपोर्ट करते थे। 12वीं के बाद जब कोचिंग ज्वाइन किया तो लगा कि बेटा कुछ करेगा। धीरे-धीरे उसकी मेहनत का परिणाम भी दिखने लगा। पिता अपने होनहार बेटे पर गर्व करते नहीं समां रहे थे, क्योंकि उनका बेटा अब मंजिल पाने के करीब था। जब रिजल्ट निकला तो खुशी का ठिकाना नहीं रहा। क्योंकि उसने पहले ही अटेम्प्ट में इग्जाम क्लीयर कर लिया था।
राहुल ने बताया कि एसएसजी कोचिंग से काफी फायदा मिला। डीएवी बीना की वरिष्ठ टीचर आभा गौतम का काफी योगदान रहा। उन्होंने हर तरह से मेरी मदद किया। वर्ष 2017 में आईआईटी की परीक्षा में 1116वीं रैंक मिली। इस तरह से आईआईटी बीएचयू में दाखिला मिल गया। राहुल ने बताया कि नाना शिवप्रसाद दुबे ने हर पल मेरा हौसला आफजाई करते रहे।