
Udyam Kranti Yojana: Youth did not get loan from bank
सिंगरौली. युवाओं को स्वरोजगार शुरू करने का मौका देकर बेरोजगारी कम करने और उद्यम में क्रांति लाने की मंसा पूरी होती नहीं दिख रही है। जिला रोजगार एवं उद्योग केंद्र के अधिकारियों की लापरवाही और बैंकों की उदासीनता इसकी मुख्य वजह मानी जा रही है। बात उद्यम क्रांति योजना की कर रहे हैं।
योजना शुरू होने के बाद दूसरा वित्तीय वर्ष शुरू हो चुका है, लेकिन लाभ पाने वाले युवाओं की संख्या महज तीन दर्जन तक सीमित है। नए वित्तीय वर्ष में उद्यम क्रांति योजना का लाभ पाने अब तक केवल जिले भर से 150 आवेदन आए हैं। इनमें से ज्यादातर आवेदन अभी बैंकों लंबित हैं। युवाओं को ऋण की स्वीकृति नहीं मिल सकी है।
कुछ ऐसा ही हाल पिछले वित्तीय वर्ष का रहा है। उद्योग केंद्र के अधिकारियों की उदासीनता के चलते पिछले वित्तीय वर्ष भी केवल 80 युवाओं ने आवेदन किए थे। तमाम कोशिश के बावजूद करीब 30 युवाओं को भी बैंक से लोन नसीब हुआ था। इस बार अब तक आवेदन की संख्या में इजाफा हुआ है, लेकिन स्वीकृत प्रकरणों की संख्या अभी गिनती के लिए भी नहीं है।
बैंक से ऋण पर ब्याज में मिलता है अनुदान
योजना के तहत युवाओं को स्वरोजगार शुरू करने के लिए बैंकों से ऋण दिलाया जाता है। बैंक की निर्धारित ब्याज दर में 3 फीसदी का अनुदान सरकार द्वारा दिया जाता है। यह युवाओं के लिए बड़ी राहत होती है, लेकिन अधिकारियों की लापरवाही व बैंकों की उदासीनता से योजना खयाली पुलाव साबित हो रही है।
ज्यादातर समय खाली मिलता है कार्यालय
योजना में आवेदन की कम संख्या की वजह युवाओं तक जानकारी का अभाव है। प्रदेश सरकार की अति महत्वपूर्ण योजना की जानकारी ज्यादातर युवाओं को नहीं है। जानकारी लेने युवा उद्योग केंद्र पहुंचते भी हैं तो वहां स्टॉफ नदारद मिलता है। केंद्र के महाप्रबंधक एआर मंसूरी से भी युवाओं की मुलाकात नहीं हो पाती है। केंद्र की ओर से कोई जागरूकता अभियान भी नहीं चलाया जा रहा है। नतीजा योजना कागज तक सीमित होकर रह गई है।
Published on:
09 Jul 2022 11:56 pm
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