जोनल महामंत्री मुकेश माथुर ने कहा कि यूनियन का इतिहास 100 वर्ष पुराना है। आज भी एआईआरएफ व उससे सम्बंधित नॉर्थ वेस्टर्न रेलवे एम्प्लाइज यूनियन रेल कर्मचारियों के लिए संघर्ष करने में सबसे आगे हैं। आज की सरकारें उन मजदूरों के अधिकारों को खत्म करने की कोशिश कर रही हैं, जो जान कुर्बान कर, नौकरी गंवाकर व जेल जाकर हासिल किए थे। इसके बाद युवा कार्यकारिणी का गठन किया गया। जोनल अध्यक्ष अरुण गुप्ता ने कहा कि हमारा लक्ष्य पुरानी पेंशन बहाल करवाना है। संगठन इसके लिए प्रयासरत है। सरकार द्वारा मुख्य रूप से पुरानी पेंशन योजना की जगह नई पेंशन योजना लाने, सरकारी संपत्तियों को बेचने के नाम पर सार्वजनिक करने जैसे मजदूर विरोधी फैसलों के खिलाफ संघर्ष करने की जरूरत है।
मंडल अध्यक्ष मोहन चेलानी ने कहा कि केंद्र सरकार युवाओं के भविष्य निर्माण की खातिर पुरानी पेंशन योजना बहाल करे। उन्होंने कहा कि हमने बिना किसी भेदभाव के सभी रेल कर्मचारियो की उम्मीदों पर खरा उतरने की कोशिश की है। जीडीसीई के माध्यम से उच्च शिक्षा प्राप्त युवाओं के भविष्य के निर्माण का कार्य यूनियन ने किया है। इस दौरान समंदरसिंह राठौड़, देवेंद्र शर्मा, जितेंद्र शर्मा, संजय शर्मा, रमेश मोरवाल, विकास मोरवाल, प्रदीप शर्मा, मेहताब खान, अजय शर्मा, शैलेंद्र कुमावत, वरुण कुमार, गजेंद्र मीणा, नवीन सिंघानी, अभय शर्मा, मांगूसिंह रावत, राजकुमार जेलिया, ठगल सिंह, राजेंद्र शर्मा आदि कार्मिक मौजूद थे।