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राजस्थान में बड़े निजी स्कूलों को भी मात देता यह सरकारी स्कूल, हाइटेक ​सिस्टम से हो रही पढ़ाई

स्कूल में इंटर एक्टिव पैनल बोर्ड, स्मार्ट बोर्ड व ब्रॉडकास्टिंग सिस्टम की सुविधा, भामाशाहों के सहयोग से बना मॉडल स्कूल

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राजस्थान में बड़े निजी स्कूलों को भी मात देता यह सरकारी स्कूल, हाइटेक ​सिस्टम से हो रही पढ़ाई

राजस्थान में बड़े निजी स्कूलों को भी मात देता यह सरकारी स्कूल, हाइटेक ​सिस्टम से हो रही पढ़ाई

model school of Rajasthanसिरोही। विद्यालय में इंटर एक्टिव पैनल बोर्ड, प्रोजेक्टर के साथ दो स्मार्ट बोर्ड, प्रधानाचार्य कक्ष से कक्षा-कक्षों में सीधे संवाद के लिए ब्रॉडकास्टिंग सिस्टम, सम्पूर्ण विद्यालय परिसर की निगरानी के लिए कैमरे तथा निर्बाध बिजली आपूर्ति के लिए दो इन्वर्टर, इलेक्ट्रॉनिक्स घंटी, शुद्ध पेयजल का आरओ सिस्टम तथा प्रार्थना सभा के लिए साउंड सिस्टम।


इन सबका नाम सुनते ही जेहन में एक बारगी तो किसी बड़े निजी स्कूल की तस्वीर नजर आती है, लेकिन यह सबकुछ असल में ये सरकारी स्कूली की बदली हुई तस्वीर है। हम बात कर रहे हैं राजस्थान के आकांक्षी जिला सिरोही जिले की रेवदर तहसील के सोनेला पंचायत के मालीपुरा गांव स्थित राजकीय उच्च माध्यमिक विद्यालय की। जहां पढऩे वाले बालक-बालिकाओं को यह सभी सुविधाएं मिल रही हैं। यह संभव तब हुआ, जब प्रधानाचार्य खुद भामाशाह बनकर शुरुआत की तथा शिक्षकों व भामाशाहों के संयुक्त प्रयास से विद्यालय में चार चांद लगा दिए।

भामाशाहों ने बदली तस्वीर
विद्यालय के शिक्षकों व भामाशाहों ने मिलकर स्कूल की तस्वीर ही बदल दी है। अब यह सरकारी विद्यालय शिक्षा के क्षेत्र में नए आयाम स्थापित कर रहा है। विद्यालय में 400 बालक बालिकाएं अध्ययनरत है। विद्यालय में शिक्षकों की कमी से बालकों की पढ़ाई बाधित हो रही है। इसके लिए उच्चाधिकारियों को प्रस्ताव भेजा गया है।

उक्त सरकारी विद्यालय दो साल पहले क्रमोन्नत हुआ है। हालांकि सबकुछ सुविधाएं होने के बावजूद विद्यालय सरकार की अनदेखी से विषय शिक्षकों तथा कक्षा-कक्षाें की कमी से जरूर जूझ रहा है। कमरों की कमी से बच्चे नीम के पेड़ो की छाया व खेल मैदान में बने स्टेज की शेड के नीचे बैठने को मजबूर है। यहां पर गणित, अंग्रेजी तथा सामाजिक का एक भी वरिष्ठ अध्यापक व एक भी व्याख्याता नहीं है। इससे जरूर बच्चों को परेशानी होती है।

सुविधाओं पर एक नजर
प्रधानाचार्य माली ने भामाशाहों के सहयोग से एक कक्ष में 75 इंच का इंटर एक्टिव पैनल बोर्ड लगवाया, जहां दसवीं तथा बाहरवी कक्षा की बोर्ड की तैयारी करवाई जाती है। दो कमरों में प्रोजेक्टर से (स्मार्ट बोर्ड जो 82 इंच के हैं) कक्षा आठवीं, नवमी, दसवीं, ग्यारवी तथा बाहरवी के विद्यार्थियों को पढाया जा रहा है। विद्यालय में स्वच्छता अभियान को लेकर जगह-जगह डस्टबिन लगवाए है। विद्यालय में सावित्री बाई फुले तथा ज्योति बा फुले के स्टेच्यू भी लगवाने का प्रस्ताव है।