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Patrika Janprahari: युवा विकास के विजन के साथ राजनीति में आएं, चुनाव में स्वच्छ व ईमानदार को देंगे मौका

सिरोही के आबूरोड में पत्रिका के जनप्रहरी अभियान के तहत संवाद कार्यक्रम आयोजित

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Patrika Janprahari: युवा विकास के विजन के साथ राजनीति में आएं, चुनाव में स्वच्छ व ईमानदार को देंगे मौका

Patrika Janprahari: युवा विकास के विजन के साथ राजनीति में आएं, चुनाव में स्वच्छ व ईमानदार को देंगे मौका

Patrika Janprahariआबूरोड(सिरोही). राजनीति में बेहतर नेतृत्व निर्माण को लेकर राजस्थान पत्रिका की ओर से जन प्रहरी अभियान के तहत परशुराम भवन में युवाओं सहित विभिन्न आयु वर्गों व संस्थाओं के प्रतिनिधियों व समाजसेवियों के साथ संवाद कार्यक्रम का आयोजन किया गया। इस कार्यक्रम में लोगों ने परिचर्चा करते हुए खुलकर क्षेत्र की समस्याएं बताई और क्षेत्र के विकास का विजन रखते हुए योग्य जनप्रतिनिधि चुनने का संकल्प लिया।

संवाद कार्यक्रम में लोगों ने कहा कि क्षेत्र में समस्याएं तो कई है, लेकिन इनकी सुनवाई करने वाला कोई नहीं है। लम्बे समय से शहर का विकास मानों थम सा गया है। आमजन की कहीं भी सुनवाई नहीं होती है। राजनीति में विकास के विजन के साथ विकास करवाने में सक्षम नेता की जरूरत है। कार्यक्रम की शुरुआत पत्रिका संवाददाता ने जनप्रहरी अभियान की जानकारी देकर की। कार्यक्रम में सभी ने मतदान को लेकर लोगों को जागरूक करने की शपथ ली। कार्यक्रम में सैनी समाज के अध्यक्ष राजेंद्र सैनी, भारती देवी, ऊषा देवी, सुमन देवी, निजाम खान सहित कई लोग मौजूद थे।


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योग्य व्यक्ति को देंगे मौका
आगामी चुनाव में प्रत्याशी कोई भी हो, लेकिन क्षेत्र की समस्याओं का निराकरण में सक्षम होना चाहिए। जिले के सबसे बड़े शहर आबूरोड में आधुनिक बस स्टैण्ड व रेलवे स्टेशन नहीं होने होने से काफी परेशानी होती है। स्टेशन पर एक्सीलेटर नहीं होने से बुजुर्गों, महिलाओं को दूसरे प्लेटफार्म पर जाना पहाड़ चढ़ने जैसा है। 3-3 बार एक ही प्रतिनिधि को मौका देने के बाद भी स्थिति में कोई सुधार नहीं हो रहा है। अबकी बार सोच समझ कर प्रतिनिधि चुनना चाहिए।

- अमित जोशी, अध्यक्ष, नगर कांग्रेस कमेटी आबूरोड


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आमजन की नहीं होती सुनवाई
सड़क, सफाई व आमजन की मूलभूत सुविधाओं के लिए लोगों को काफी परेशानी होती है। समस्याएं तो शहर में कई है, लेकिन सुनवाई किसी स्तर पर नहीं होती है। पुलिस थानों में बनाई गई सीएलजी समिति में नए सदस्य जोड़े जाने चाहिए, ताकि पुलिस से सम्बंधित समस्याएं बैठकों में रखी जाए।

- नरेंद्र अग्रवाल, समाजसेवी

विकास का हो विजन

राजनीति में आने वाले व्यक्ति को क्षेत्र की पूरी जानकारी व विकास का विजन होना जरूरी है। शहर से कुछ किलोमीटर की दूरी पर करीब 5 हजार वर्ष पुराना ऋषिकेश मंदिर व भद्रकाली मंदिर है। आज तक इसके विकास को लेकर प्रशासन ने कोई ध्यान नहीं दिया।
- रमेश वैष्णव, पार्षद, नगरपालिका आबूरोड

जनप्रतिनिधि आमजन के प्रति जवाबदेह हो
राजनीति में आने वाले उम्मीदवार आमजन के प्रति जवाबदेह होने चाहिए। महिलाओं के मुद्दों पर भी संवेदनशील होकर ध्यान दें। शहर में कही भी महिला शौचालय नहीं है। शहर में जनसुविधा कॉम्प्लेक्स नहीं होने से बाजार आने वाली महिलाओं को काफी परेशानी होती है। महिला सम्बंधित अपराध की रोकथाम को लेकर भी विजन होना आवश्यक है।

- अर्चना शर्मा, समाजसेवी व नेत्री

रोजगार के अवसर पैदा होने चाहिए
राजनीति में ऐसे लोगों को आगे बढ़ाना चाहिए, जो अपने क्षेत्र में रोजगार के नए अवसर पैदा कर सकें व क्षेत्र के विकास को प्रगति दें। जिले का सबसे बड़ा शहर होने के साथ ही माउंट आबू व अम्बाजी से आबूरोड नजदीक है। यहां की हवाई पट्टी को विकसित कर नियमित हवाई सेवा शुरू हो तो जिले का विकास होगा, लेकिन अब तक जनप्रतिनिधि हवाई पट्टी का विकास नहीं करवा सके हैं।

हाजी वजीर खान पठान, जिलाध्यक्ष, अल्पसंख्यक प्रकोष्ठ

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युवाओं को मिले मौका
राजनीति में युवाओं को उचित प्रतिनिधित्व दिया जाना चाहिए। जो भी उम्मीदवार हो वह युवाओं के मुद्दों को गम्भीरता से लेते हुए उनकी समस्याओं का निराकरण करवाएं। आबूरोड राजकीय महाविद्यालय की स्थापना से लेकर आज दिन तक सेक्शन में बढ़ोत्तरी नहीं हुई है। हर साल कई छात्र प्रवेश से वंचित रह जाते हैं, लेकिन समस्या का निराकरण नहीं हो रहा है।

- छत्तरसिंह देवड़ा, युवा व छात्रसंघ अध्यक्ष आबूरोड

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प्रत्याशी घोषणाएं तो करते हैं, काम नहीं

हर 5 वर्ष में चुनाव आते हैं, तो पार्टी के प्रत्याशी घोषणाएं तो कई करते हैं, लेकिन काम नहीं होते हैं। जनता के प्रति जवाबदेह होकर जनता के काम करवाने में सक्षम लोगों को ही चुनाव में भाग लेना चाहिए। शहर में एक मात्र सरकारी अस्पताल को शहर से दूर शिफ्ट करवा दिया गया। शहरी पीएचसी में एक मात्र चिकित्सक है। रात्रि में कोई घटना हो जाए तो चार किलोमीटर दूर जाना पड़ता है। स्थानीय जनप्रतिनिधियों ने इसे लेकर कोई ठोस कदम नहीं उठाया।
- सत्यनारायण शर्मा, वरिष्ठ नागरिक

जनता की समस्याएं उठाने वालों को आगे लाएंगे

क्षेत्र की ज्वलंत समस्या को सरकार के समक्ष पुरजोर तरीके से रखने वाले लोगों को राजनीति में आना चाहिए। शहर में बनास नदी में श्मशान घाट के पास रपट बनाने को लेकर कई वर्षों से मांग की जा रही है। वादे किए गए, लेकिन कार्य आज तक नहीं हुआ। यहां एनीकट बन जाए तो शहर के साथ-साथ ग्रामीणों को भी पानी की समस्या से राहत मिलेगी।
- नूर मोहम्मद, समाजसेवी

स्वच्छ व ईमानदार व्यक्ति आगे आएं
स्वच्छ राजनीति के लिए ये जरूरी है कि अच्छे लोगों को राजनीति में आगे लाने के लिए प्रेरित किया जाए, तभी राजनीति में सुधार आएगा। चाहें वो किसी भी पार्टी से हो। शहर में सड़कों की हालत खराब हो चुकी है। निर्माण होता है, पर कार्य की गुणवत्ता को लेकर कोई ध्यान नहीं दिया जाता। शहर में मुख्य पार्किंग की समस्या को लेकर भी कोई निराकरण नहीं हुआ है।

मनीष सिंघल, समाजसेवी

युवाओं को राजनीति में आना चाहिए
राजनीति में युवाओं को आगे लाने का प्रयास किया जाना चाहिए। शिक्षित युवाओं को राजनीति में जोड़ने से ही सुधार सम्भव है। शहर में एक मात्र सांतपुर तालाब के सौंदर्यीकरण, चंद्रावती व ऋषिकेश जैसे प्राचीन स्थानों को विकसित करने की सख्त जरूरत है।

- हेदर पठान, युवा


सासंद-विधायक भी नहीं लेते सुध
अक्सर देखा जाता है कि चुनाव जीतने के बाद जनप्रतिनिधि आमजन की सुनवाई करना बंद कर देते हैं। जनप्रतिनिधियों से सुनवाई नहीं होने पर अधिकारी भी ध्यान नहीं देते हैं। शहर में सीवरेज की ठीक से मॉनिटरिंग नहीं होने से आमजन की परेशानी पर सांसद-विधायक भी सुध नहीं लेते हैं। हर साल गांधीनगर-चांदमारी क्षेत्र की गणेश कॉलोनी, अम्बेडकर कॉलोनी आदि में जलभराव होता है, लेकिन इसका कोई स्थाई निराकरण नहीं होता है।

- सुनील खोत, पार्षद नगरपालिका आबूरोड


आमजन की परेशानी का नहीं हो रहा निराकरण
गांधीनगर की आधी आबादी की आवागमन की समस्या आज भी जस की तस है। गांधीनगर फाटक पर ओवरब्रिज का कार्य गत 6 वर्षों से कछुए की रफ्तार से चल रहा है। अंडरब्रिज तो बनाया ही नहीं गया। जनप्रतिनिधि आते हैं और निरीक्षण कर लौट जाते हैं। आमजन की परेशानी का कोई निराकरण नहीं होता है।

- हरीश शर्मा, सेवानिवृत रेलवकर्मी