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सिरोही व रेवदर में ग्रेनाइट खानों पर वोल्टेज की समस्या, जिला कलक्टर को सौंपा ज्ञापन..

- ग्रेनाइट संस्थान के पदाधिकारियों ने कलक्टर को सौंपा ज्ञापन, अलग जीएसएस अनाने की मांग

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सिरोही व रेवदर में ग्रेनाइट खानों पर वोल्टेज की समस्या, जिला कलक्टर को सौंपा ज्ञापन..

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सिरोही. पी एण्ड सी व्हाइट ग्रेनाइट संस्थान के पदाधिकारियों ने सोमवार को जिला कलक्टर भगवती प्रसाद को ज्ञापन सौंप कर सिरोही व रेवदर तहसील में ग्रेनाइट खानों पर विद्युत वोल्टेज सुचारू करने की मांग की है। पिछले छह महीनों से खनन पट्टों में एचटी कॉमर्शियल कनेक्शन होने के बावजूद विद्युत व्यवस्था सही नहीं है। सुबह 8 से शाम 7 बजे तक 220 से 300 वोल्टेज तक आती है जो खनन मशीनरी चलाने के लिए उपयुक्त नहीं है। सात बजे बाद कई बार हाई वोल्टेज आने से मशीनरी जल जाती है। विद्युत निगम को प्रतिमाह लाखों रुपए शुल्क दिया जा रहा है लेकिन वेल्टेज समस्या के कारण खानों पर काम प्रभावित हो रहा है।

नहीं सुन रहे अधिकारी

ज्ञापन में बताया कि कई बार विद्युत निगम सिरोही के एक्सईएन, एसई, एईएन, जेईएन को अवगत करवाया लेकिन अब तक समस्या का समाधान नहीं हुआ। ऐसे में कालन्द्री खण्ड के सनपुर, ईदरला, आमलारी, नागाणी, करजाल, धाण, सियाकरा, पादरुखेड़ा, मेर मण्डवाड़ा में खनन ठप सा है। इस उद्योग में कोविड-19 के कारण वैसे ही मंदी का दौर चल रहा है और दूसरी तरफ वोल्टेज की समस्या की वजह से खनन पट्टाधारी परेशान हंै।

बिल जमा नहीं करवाने की चेतावनी

ज्ञापन में बताया कि उत्पादन में कमी के कारण खनिज विभाग को राजस्व का नुकसान भी हो रहा है। संस्थान के पदाधिकारियों ने चेतावनी दी कि समस्या का तुरंत निस्तारण नहीं किया तो दिसम्बर से विद्युत बिल जमा नहीं करवाया जाएगा तथा सिरोही में धरना-प्रदर्शन कर कार्यालयों का घेराव किया जाएगा। उन्होंने माइनिंग उद्योग के लिए सनपुर क्षेत्र में अलग से नया जीएसएस बनाने की मांग की। वर्तमान में लगभग 115 खनन पट्टे चल रहे हैं तथा कई नई खान शीघ्र शुरू होने वाली हैं। जीएसएस की क्षमता बढ़ाकर वोल्टेज को नियंत्रित किया जाए। खनन व कृषि के लिए अलग फीडर बनाए जाएं।
इस दौरान संस्थान अध्यक्ष अम्बिका मिश्रा, सचिव सुरेश अग्रवाल, उपाध्यक्ष मोटाराम चौधरी, महासचिव बजरंग जांगिड़, इन्द्र सिंह परमार, नारायण सिंह देवड़ा, प्रशांत जांगिड़, गणेश प्रभु, सोहनलाल जांगिड़, प्रेमसुख बिश्नोई, कुलदीप, चतुर्भुज इंदौरा आदि मौजूद थे।