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दीवार ढहने से महिला श्रमिक की मौत, महिला समेत तीन गंभीर घायल

मुआवजे को लेकर श्रमिक महिला के परिजनों ने पोस्टमार्टम करवाने से किया इनकार

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दीवार ढहने से महिला श्रमिक की मौत, महिला समेत तीन गंभीर घायल

दीवार ढहने से महिला श्रमिक की मौत, महिला समेत तीन गंभीर घायल

रोहिडा. समीपवर्ती वासा में एक भवन का निर्माण करते समय पुरानी दीवार भरभरा कर ढहने से ठेकेदार समेत चार जने मलबे के नीचे दब गए। मलबे में दबने से एक महिला की मौत हो गई, जबकि ठेकेदार समेत तीन अन्य गम्भीर रूप से घायल हो गए। ठेकेदार ने बिना स्वीकृति के निर्माण करने पर हादसा होने से परिजनों में रोष व्याप्त है। गम्भीर रूप से घायल दो जनों को प्राथमिक उपचार के बाद अन्यत्र रेफर किया गया हैं। मृतका का शव रोहिडा अस्पताल की मोर्चरी में रखवाया गया है।

हादसे की सूचना पर तहसीलदार मादाराम मीणा, सीओ जेठूसिंह करणोत, उप तहसीलदार नारायणराम देवासी, सरपंच प्रभुराम हीरागर, जीवीओ हंसाराम प्रजापत, आरआई अर्जुनसिंह, पटवारी सन्दीपसिंह, विकास कुमार, एएसआई मंगलसिंह आदि ने मौके पर पहुंचकर मुआयना किया। पुलिस के अनुसार वासा निवासी धीरजलाल पुत्र वेणीलाल त्रिवेदी के भवन का निर्माण ठेकेदार बाबूलाल पुत्र हिमाजी प्रजापत व प्रकाश पुत्र शंकरजी प्रजापत कर रहा था। निर्माण के दौरान अचानक पुरानी दीवार ढह गई। जिसमें ठेकेदार प्रकाश कुमार, लादूराम पुत्र बाबूराम प्रजापत, श्रमिक सदीदेवी पत्नी प्रेमाराम व गीतादेवी पत्नी पूनाराम मेघवाल मलबे में दब गए, जिन्हें लोगों ने बाहर निकाला। गीतादेवी मेघवाल की मौके पर ही मौत हो गई। घायल सदीदेवी रेबारी व लादूराम प्रजापत को रोहिड़ा अस्पताल में प्राथमिक उपचार के बाद आगे रेफर किया गया। ठेकेदार प्रकाश कुमार को उसके परिजन अन्यत्र इलाज के लिए ले गए।

पोस्टमार्टम करवाने से इनकार

मृतका के परिजनों ने ठेकेदार पर निर्माण कार्य में लापरवाही बरतने का आरोप लगाते हुए मुआवजे की मांग कर मृतका का पोस्टमार्टम करवाने से इनकार कर दिया। तहसीलदार मीणा ने मृतका के परिजनों से समझाइस की, पर परिजन अपनी मांग पर अडे रहे।

बिना भवन निर्माण की स्वीकृति के किया जा रहा था निर्माण

सरपंच प्रभुराम हीरागर ने बताया कि भवन निर्माण के बारे में किसी प्रकार की कोई स्वीकृति नहीं ली गई थी और ना ही कोई आवेदन आया था।

गांव में दर्जनभर मकान जर्जर हाल

वासा में कई पुराने मकान जर्जर हालत में हैं, जो कभी भी हादसे को न्योता दे सकते हैं। ग्राम पंचायत प्रशासन के कार्रवाई नहीं करने से कभी भी बड़ा हादसा होने की आशंका से इनकार नहीं किया जा सकता।