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बाबा साहब ने संविधान के रूप में एक नायाब ग्रंथ हमें दिया

भारतीय जनता पार्टी के सिरसा से लोकसभा प्रत्याशी डॉ. अशोक तंवर ने कहा कि बाबा साहब डॉ. भीमराव अंबेडकर दलित समाज के महानायक थे जिन्होंने इस समाज के उत्थान के लिए जीवनभर संघर्ष किया और संविधान के रूप में एक नायाब ग्रंथ हमें दिया।

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बाबा साहब ने संविधान के रूप में एक नायाब ग्रंथ हमें दिया

बाबा साहब ने संविधान के रूप में एक नायाब ग्रंथ हमें दिया

भारतीय जनता पार्टी के सिरसा से लोकसभा प्रत्याशी डॉ. अशोक तंवर ने कहा कि बाबा साहब डॉ. भीमराव अंबेडकर दलित समाज के महानायक थे जिन्होंने इस समाज के उत्थान के लिए जीवनभर संघर्ष किया और संविधान के रूप में एक नायाब ग्रंथ हमें दिया। वह भारत माता के महान सपूत और दलितों के मसीहा थे।

डॉ. तंवर ने झूंथरा धर्मशाला में आयोजित जयंती समारोह में यह विचार व्यक्त किया। उन्होंने कहा कि बाबा साहब डॉ. अंबेडकर ने महिलाओं को समानता का अधिकार दिया। हर नागरिक को एक वोट का अधिकार दिया और ऐसी व्यवस्था की कि अब राजा रानी के पेट से नहीं बल्कि लोकतांत्रिक व्यवस्था में मत पेटी से पैदा होता है। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बाबा साहब के पांचों तीर्थों को स्मारक बनाने का काम किया है।

बाबा साहब ने गरीब दलित परिवार में जन्म लेकर इतना ऊंचा नाम किया जिससे हम सबको प्रेरणा लेनी चाहिए। उन्होंने कहा था कि जुल्म करने वाले से जुल्म सहने वाला ज्यादा गुनाहगार होता है। इससे पहले उन्होंने अंबेडकर चौक पर पहुंचकर बाबा साहब की प्रतिमा पर माल्यार्पण किया।