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नगरपालिका के राजस्व वसूली में आई 50 प्रतिशत की कमी, सर्वर हैक होने से बनी समस्या

जल कर, प्रॉपर्टी टैक्स जैसे काम प्रभावित, 15 दिनों से बंद है सर्वर

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नगरपालिका के राजस्व वसूली में आई 50 प्रतिशत की कमी, सर्वर हैक होने से बनी समस्या

नगरपालिका के राजस्व वसूली में आई 50 प्रतिशत की कमी, सर्वर हैक होने से बनी समस्या

शहडोल. ई-नगरपालिका की साइट का सर्वर बीते करीब 15 दिनों से बंद होने के कारण कई कार्य प्रभावित हो रहे हैं। इसके साथ ही नगरपालिका की राजस्व वसूली भी प्रभावित हो रही है। जलकर, प्रॉपर्टी टैक्स, स्वच्छता जैसे कई टैक्स जमा कराने पर नगरपालिका के कर्मचारियों को मशक्कत करनी पड़ रही है। 15 दिनों में ही नगरपालिका की राजस्व वसूली 50 प्रतिशत से भी कम हो गई है। वहीं सर्वर कब तक ठीक हो पाएगा इसकी जानकारी अभी तक मुख्यालय से नहीं आई है। ज्ञात हो कि ई-नगरपालिका के सॉफ्टवेयर पर करीब 15 दिन पहले साइबर अटैक की घटना की जानकारी संचालनालय नगरीय प्रशासन एवं विकास मध्यप्रेदश को प्राप्त हई थी। जिसके बाद सभी सर्वर तथा संचालित नेटवर्क को हार्डवेयर के रख रखाव के लिए आइटी टीम ने सुरक्षा की दृष्टि से बंद कर दिया था। जिससे ई-नगरपालिका का संपूर्ण डाटा सुरक्षित रखा जा सके। लेकिन 15 दिन बीत जाने के बाद भी अबतक सर्वर को शुरू नहीं किया गया है। जिससे उपभोक्ताओं को परेशान होना पड़ रहा है।
ये कार्य हो रहे प्रभावित
नगरपालिका से मिली जानकारी में बताया गया कि सर्वर बंद होने से जन्म व मृत्यु का पंजीयन प्रमाण पत्र, मैरिज सार्टीफिकेट, पानी के टेंकर के लिए ऑनलाइन एप्लाई, जलकर, प्रॉपर्टी टैक्स, डोर टू डोर कचरा संग्रहण का चार्ज, ट्रेडिंग व होर्डिंग लाइसेंस जैसे अन्य महत्वपूर्ण कार्य ई-नगरपालिका का सर्वर न चलने के कारण नहीं हो पा रहे हैं।
कम हो गया नगरपालिका का राजस्व
नगरपालिका में बीते करीब 4-5 साल से ऑनलाइन टैक्स जमा किया जा रहा है। लोगों ट्रैक्स जमा करने के बाद ऑनलाइन रसीद दी जाती थी। ई-नगरपालिका का सर्वर बंद होने के कारण अब संचालनालय नगरीय प्रशासन एवं विकास ने ऑफ लाइन ट्रैक्स लेने निर्देशित किया है। जिसके बाद अब राजस्व वसूली प्रभावित हो रही है। कर्मचारियों की माने तो ऑफ लाइन रसीद देने से आए दिन उपभोक्ताओं से कहासुनी की स्थिति निर्मित होती है। वहीं उपभोक्तओं को विस्तार से समझाने के बाद टैक्स जमा करने राजी होते हैं। जानकारी में बताया कि ऑनलाइन टैक्स जमा से महीने में जहां 25 से 30 लाख रुपए का राजस्व प्राप्त होता था, वहीं ऑफ लाइन से 10-15 लाख ही राजस्व प्राप्त होने की संभावना है। सर्वर कबतक ठीक होगा इसके लिए अभी तक कोई दिशा निर्देश संचालनालय से प्राप्त नहीं हुए हैं।