
शहडोल. सिकल सेल व एनीमिया जैसी गंभीर बीमारी से जंग में अब प्रशासन व स्वास्थ्य विभाग के साथ विश्वविद्यालय प्रबंधन भी सहयोग करेगा। पं एसएन शुक्ल विश्वविद्यालय प्रबंधन ने सिकल सेल मरीजों की डीएनए मैपिंग के साथ ही 10 हजार से अधिक लोगों की प्रोफाइल तैयार करने की कार्ययोजना बनाई है। इस दिशा में विश्वविद्यालय के प्राध्यापक व शोधार्थी छात्रों की टीम ने कार्य भी प्रारंभ कर दिया है। इसके लिए प्रबंधन विश्वविद्यालय के विद्यार्थियों के परिजनों के साथ ही अलग-अलग क्षेत्रों में सर्वे कराकर पूरा डाटा कलेक्शन करेगा। सभी की सिकल सेल जांच के साथ ही सभी डेटा कंपाइल कर एनालिसिस करेंगे। इसके बाद डीएनए प्रोफाइल तैयार करेंगे, जिससे कि दवाएं उपलब्ध करा पाने में मदद मिल सके। इस पूरे प्रोजेक्ट को लेकर विश्वविद्यालय की प्राध्यापक प्रो. मनीषा शुक्ला के साथ अन्य प्राध्यापक व छात्र-छात्राओं ने इस पर कार्य प्रारंभ कर दिया है।
बनाएंगे डाइग्नोसिस सिस्टम, करेंगे एनालिसिस
प्रो. मनीषा शुक्ला ने बताया कि सिकल सेल व एनीमिया जांच के लिए पूरा प्रोजेक्ट तैयार कर रहे हैं। इमेजिन व एआई की मदद से इसे तैयार कर रहे हैं। पैथोलॉजिकटल व फिजियोलॉजिकल एनालिसिस डेटा कलेक्टर करेंगे। डीएनए प्रोफाइलिंग से समय पर सही दवाएं उपलब्ध करा पाने में मदद मिलेगी। डेटा कलेक्शन के लिए सर्वे कराए जाने की कार्ययोजना है। इसके लिए डाइग्नोसिस सिस्टम बनाएंगे। इससे कम समय में ज्यादा रिजल्ट प्राप्त कर सकेंगे। डीएनए प्रोफाइलिंग के लिए विश्वविद्यालय में जो बच्चे अध्ययरत है उनके परिवार के सदस्यों की पूरी हिस्ट्री तैयार करेंगे। उनके परिवार के सदस्यों की जांच के साथ ही क्षेत्र में भी सर्वे कराएंगे। टेस्टिंग कर सिकल सेल मरीजों को चिन्हित किया जाएगा। उन्होंने बताया कि एचपीसीएल में काफी समय लगता है इसे ध्यान में रखते हुए किट तैयार की जा रही है। इससे कम समय में ज्यादा जांचें हो सकेंगी।
डेढ़ करोड़ के प्रस्ताव को मिली स्वीकृति
विश्वविद्यालय प्रबंधन ने डीएनए मैपिंग व प्रोफाइल तैयार करने के लिए लगभग डेढ़ करोड़ का प्रस्ताव तैयार कर शासन को भेजा था। डीएनए प्रोफाइलिंग मशीन, इमेजिन व डाइग्नोसिस किट के साथ ही सर्वे कार्य, पैथोलॉजिकल उपकरण के साथ ही अन्य जांचों के लिए आवश्यक उपकरणों को शामिल किया है। विश्वविद्यालय प्रबध्ंान की माने तो शासन स्तर से इस प्रस्ताव को स्वीकृति भी मिल गई है। इस सत्र में बजट उपलब्ध न होने की स्थिति में राशि आवंटन नहीं हो पाया है।
इनका कहना है
डीएनए मैपिंग व सिकस सेल मरीजों की जांच के लिए प्रोजेक्ट तैयार किया है। शासन को डेढ़ करोड़ का प्रस्ताव भेजा था उसे भी मंजूरी मिल गई है। विद्यार्थियों के परिजनों के साथ सर्वे कराकर डेटा करेंगे। 10 हजार लोगों की प्रोफाइल तैयार करने की कार्ययोजना है। इस पर कार्य भी प्रारंभ कर दिया है।
प्रो. रामशंकर, कुलपति पं. एसएन शुक्ल विश्वविद्यालय
Published on:
26 Nov 2024 12:04 pm
बड़ी खबरें
View Allखास खबर
ट्रेंडिंग
