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She News : प्लास्टिक कचरे से हैंडलूम उत्पाद बनाती हैं ‘रूपज्योति’

पहल: रूपज्योति सैकिया गोगोई ने न सिर्फ प्लास्टिक कचरे की समस्या का समाधान निकाला, बल्कि वे इससे आजीविका के साधन भी पैदा कर रही हैं।

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जयपुर

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Neeru Yadav

Jun 17, 2021

She News :  प्लास्टिक कचरे से हैंडलूम उत्पाद बनाती हैं 'रूपज्योति'

She News : प्लास्टिक कचरे से हैंडलूम उत्पाद बनाती हैं 'रूपज्योति'

पत्रिका न्यूज नेटवर्क. नई दिल्ली. असम के काजीरंगा में रहने वाली रूपज्योति सैकिया गोगोई (47) पर्यावरण संरक्षण के लिए जो कर रही हैं, उससे अच्छी पहल और कोई नहीं हो सकती। उन्होंने न सिर्फ प्लास्टिक कचरे की समस्या का समाधान निकाला, बल्कि इससे आजीविका के साधन भी पैदा कर रही हैं। वे प्लास्टिक के कचरे को इकट्ठा करती हैं और उससे पारम्परिक हथकरघा वस्तुएं जैसे हैंडबैग, टेबल मैट, डोरमैट और सजावट के सामान बनाती हैं।

वे काजीरंगा राष्ट्रीय उद्यान के आसपास के इलाके में रहती हैं, यह क्षेत्र पर्यटक केन्द्र है। इस क्षेत्र में नियमित रूप से भारी मात्रा में फेंका गया प्लास्टिक कचरा देखा जाता है। 17 वर्ष पहले उन्होंने इस प्लास्टिक कचरे को इकट्ठा करने के बाद बुनने की कोशिश की। जब उन्हें इसकी तकनीक समझ आई तो उन्होंने कई अन्य महिलाओं को इस काम से जोड़ा।

35 गांवों में शुरुआत की
रूपज्योति असम के साथ देश के अन्य राज्यों से भी करीब 2300 महिलाओं को प्रशिक्षित कर चुकी हैं। उन्होंने असम के 35 गांवों में प्लास्टिक कचरा बुनने की पद्धति की शुरुआत की। उन्होंने सभी प्रकार के प्लास्टिक कवर और रैपर का उपयोग किया है, जो उत्पाद को एक रंगीन फिनिश देते हैं।

'विलेज वीव्स' दिया नाम

उन्होंने अपने इस काम को 'विलेज वीव्स' नाम दिया। वे कहती हैं कि मैंने इस काम के लिए कोई विशेष प्रशिक्षण नहीं लिया है। मैं पर्यावरण को लेकर चिंतित रहती थी। इस समस्या से निपटने के लिए मैंने यह काम शुरू किया और यह आइडिया अच्छा निकला।