
Recovered RPF personnel donated plasma to save lives in chennai
चेन्नई.
दक्षिण रेलवे के रेलवे सुरक्षा बल (आरपीएफ) के जवान अब अपने कर्तव्य निर्वहन के साथ-साथ सामाजिक कार्य एवं इंसानियत की जिम्मेदारी भी ली है। जिसको निभाने के लिए अब कोविड-19 से लड़ाई जीत चुके चेन्नई रेल मंडल के 14 आरपीएफ कर्मियों ने अन्य मरीजों के इलाज के लिए अपना प्लाज्मा डोनेट किया हैं।
आरपीएफ के प्रधान मुख्य सुरक्षा आयुक्त बीरेंद्र कुमार ने मंगलवार को कोरोना को हराकर प्लाज्मा डोनेट करने वालों के साथ-साथ अन्य 16 आरपीएफ कर्मियों का भी गुलदस्ता देकर स्वागत किया। बीरेंद्र कुमार ने बताया कि मंगलवार को 30 आरपीएफ कर्मियों का स्वागत किया गया जिन्होंने कोरोना से जंग जीतकर ड्यूटी ज्वाइन कर ली है।
इनमें 14 वे योद्धा है जिन्होंने पेरम्बूर रेलवे हॉस्पिटल में प्लाज्मा थेरेपी के लिए दूसरों की जिंगदी बचाने के लिए प्लाज्मा डोनेट किया है। उन्होंने इस बीमारी को मात देने वाले जवानों से अपील की थी कि वे एक नेक काम के लिए आगे आएं, जोकि कई जिंदगियों को बचाने में मददगार साबित हो सकता है। उचित इलाज एवं अपने मनोबल की वजह से इन जवानों ने कोरोना से लड़ाई जीत ली है।
जिसके बाद अभी वापस से अपनी ड्यूटी निभाने के लिए तैयार है। कोरोना को मात देने वालों में 50 से अधिक उम्र के सब इंस्पेक्टर और एक असिस्टेंट सब इंस्पेक्टर भी शामिल है। आरपीएफ कर्मियों का कहना है कि भगवान ने जैसे उनकी जान बचाई है वह भी अपना प्लाज्मा दान कर अन्य की जिंदगी बचाने का प्रयास कर रहें हैं।
Published on:
07 Jul 2020 08:07 pm
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