
बूंदी नगर परिषद भवन।
बूंदी. शहर के शहनाई मैरिज गार्डन में आग लगने से हुए हादसे के बाद चेते जिला प्रशासन के निर्देश पर नगर परिषद ने जिला मुख्यालय पर बिना फायर सेफ्टी एनओसी एवं निर्धारित मापदण्डों के चल रहे संस्थानों का सर्वे किया। एक पखवाड़े में नगर परिषद की टीम द्वारा 131 मैरिज गार्डन, हॉस्प्टिल, होटल, शोरुम एवं शैक्षणिक संस्थानों को चिह्नित किया जा चुका है, जिसमें 74 को नोटिस जारी किया जा चुका है। हालाकि इनमें से अब तक किसी ने भी अब तक फायर सेफ्टी प्रमाण पत्र नगर परिषद में जमा नहीं करवाया है और ना ही यूडी टैक्स जमा करवाया है। जबकि यह संस्थान नगर परिषद क्षेत्र में वर्षों से संचालित हो रहे है।
आज होगी नोटिस की अवधि पूरी
शहनाई मैरिज गार्डन एवं परशुराम वाटिका में आग लगने के बाद सहायक अग्निशमन कर्मचारी अब्दुल मतीन ने सर्वे में मैरिज गार्डन, शोरूम, होटल व कोचिंग संस्थान का सर्वे किया, जिसमें प्रथम चरण में 25 मैरिज गार्डन, आठ होटल व शोरूम एवं सात कोचिंग संस्थान के अलावा दो अस्पतालों में निर्धारित फायर सेफ्टी उपकरण एवं प्रमाण पत्र नहीं मिले थे। ऐसे में जारी नोटिस के अनुसार अब नगर परिषद आगे की कार्रवाई कर सकेगी।
पांच करोड़ से अधिक की होनी है वसूली
जानकारी अनुसार जारी किए गए नोटिस के अनुसार नगर परिषद राशि वसूलने में सफल हो जाती है तो पांच करोड से अधिक की आय हो सकती है। ऐसा होने पर शहर का विकास भी हो सकेगा और आर्थिक संकट से भी निजात मिल सकेगी। हालाकि कई संस्थान व मैरिज गार्डन संचालक राशि जमा करवाने में आनाकानी कर रहे है।
मैरिज गार्डन में हादसे के बाद जिला कलक्टर के निर्देश पर सर्वे किया गया था। उसके बाद नोटिस की कार्रवाई अमल में लाई गई थी। कुछ संस्थानों ने यूडी टैक्स जमा करवाने की प्रक्रिया शुरू की है। उनको स्वयं के प्रार्थना पर ही आयुक्त के पद भार से मुक्त किया गया है।
भावना सिंह, तत्कालीन, आयुक्त, नगर परिषद, बूंदी
जारी किए गए सभी नोटिस से राशि वसूल की जाएगी। राशि वसूल होने पर परिषद का कुछ हद तक आर्थिक संकट दूर हो सकेगा।
रुही तरन्नुम, कार्यवाहक आयुक्त, नगर परिषद, बूंदी
Published on:
16 May 2024 04:55 pm
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