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INTERNET : वेब के आविष्कारक चाहते हैं इंटरनेट को सरल और सुरक्षित बनाया जाए

इंटरनेट पर लोगों की पहुंच बढऩे के साथ कई खतरे भी जुड़ गए हैं। इसे डिजिटल डायस्टोपिया की संज्ञा दी गई है। यानी सोशल मीडिया पर पर अराजक स्थिति। वल्र्ड वाइड वेब के आविष्कारक टिम बर्नर्स (tim berners lee) ने कंपनियों की मनमर्जी को रोकने के लिए वैश्विक योजना बनाई है।

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Pushpesh Sharma

Dec 01, 2019

INTERNET : वेब के आविष्कारक चाहते हैं इंटरनेट को सरल और सुरक्षित बनाया जाए

INTERNET : वेब के आविष्कारक चाहते हैं इंटरनेट को सरल और सुरक्षित बनाया जाए

जयपुर.

वेब के आविष्कारक टिम बर्नर्स दुनिया में बढ़ रहे इंटरनेट के दुरुपयोग को रोकने के लिए चिंतित हैं। उन्होंने इसे सुरक्षित और लाभकारी बनाने में सरकार और कंपनियों से मदद मांगी है। टिम ने राजनीतिक हेरफेर, फेक न्यूज, गोपनीयता का उल्लंघन और दुर्भावना रखने वाली ताकतों से वेब को बचाने के लिए एक वैश्विक कार्ययोजना तैयार की है। इसके लिए एक वर्ष में 80 संगठनों ने इसकी रूपरेखा तैयार की है। इनमें प्रत्येक देश की सरकार, कंपनियों और लोगों को इसके लिए सुरक्षात्मक कदम उठाने होंगे।

वेब फाउंडेशन में प्रकाशित इस दस्तावेज में इंटरनेट के अधिकार और सीमाओं पर माइक्रोसॉफ्ट, ट्विटर, गूगल और फेसबुक सहित 150 कंपनियों ने अपनी सहमति जताई है, जबकि अमेजन इससे सहमत नहीं है। अनुबंध का समर्थन करने वालों को यह दिखाना होगा कि वे इंटरनेट की इन पेचीदगियों को दूर करने के लिए नियम लागू करने को प्रतिबद्ध हैं, अन्यथा उन्हें सूची से हटा दिया जाएगा। ये रिपोर्ट गूगल की ओर से पांच करोड़ अमरीकियों की स्वास्थ्य जांच रिपोर्ट रिपोर्ट हासिल करने के कुछ सप्ताह बाद आई है। मानवाधिकार संगठनों ने गूगल और फेसबुक पर मानवाधिकारों का हनन करने का आरोप लगाया है।

इंटरनेट छोड़ भी नहीं सकते
बर्नर्स का कहना है कि इंटरनेट पर लोगों में बुरी चीजों का डर बढ़ गया है। लेकिन इंटरनेट को छोडऩा भी उचित नहीं है, क्योंकि इससे बहुत सारी चीजें गलत होने लगेंगी। ‘डिजिटल डायस्टोपिया’ (डिजिटल भय) से बचने के लिए सुधार करने में एक दशक लग सकता है। यह 10 वर्षीय योजना है लेकिन हमें शुरुआत अभी से करनी होगी।

इन नियमों को मानना होगा
-कंपनियां उत्पादों में विविधता लाएं। नए उत्पादों को जारी करने से पहले और बाद में वेब कम्युनिटी से परामर्श किया जाना चाहिए।
-सरकारें-कंपनियां सुनिश्चित करें कि हर यूजर को अपनी गोपनीयता की रक्षा का अधिकार हो।
-इंटरनेट में लोगों का विश्वास बहाल करने के लिए सुरक्षा सेवाओं को ज्यादा मजबूत बनाया जाए।
-गलत सूचना फैलाने और लोगों के हितों को नुकसान पहुंचाने वाली हरकतों की निगरानी करनी चाहिए।
-ऑनलाइन सुविधाओं को अधिक सरल और सुरक्षित बनाना सबसे अधिक जरूरी है।

दुनिया में इंटरनेट यूजर्स
-7.76 अरब आबादी है दुनिया की, इनमें 5.11 अरब मोबाइल यूजर्स हैं। इस वर्ष 10 फीसदी बढ़े
4.39 अरब इंटरनेट यूजर्स हैं दुनिया में, एक वर्ष में 9 फीसदी बढ़े। सबसे अधिक 95 फीसदी उत्तरी अमरीका व उ. यूरोप में बढ़े
-62.60 करोड़ इंटरनेट यूजर्स हैं भारत में। इनमें 25.1 करोड़ उपभोक्ता ग्रामीण क्षेत्रों के हैं। आइएमआरबी के मुताबिक
-3.38 अरब सोशल मीडिया यूजर्स हैं दुनिया में, पिछले वर्ष से 2.88 करोड़ यानी 9 फीसदी बढे
-6.42 घंटे इंटरनेट पर व्यतीत करता है हर यूजर प्रति दिन दुनिया में, पिछले वर्ष 4.49 घंटे था