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महारानी फॉर्म की रपट का काम सोमवार से होगा शुरू, आदत में डाल लें नया रास्ता

पूरे रपट को ही बंद करके काम किया जाएगा। ऐसे में करीब डेढ़ लाख लोगों को अपना रास्ता बदलना होगा। करीब छह माह में यह रपट बनकर तैयार होगी। करीब 180 मीटर लम्बाई और 17 मीटर (दो लेन) चौड़ाई में दो मीटर ऊंचाई के बॉक्स डाले जाएंगे।

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जयपुर। महारानी फार्म पर द्रव्यवती नदी के रपट को ऊंचा करने का काम जेडीए सोमवार से शुरू कर देगा। वाहनों की आवाजाही को दुरुस्त रखने के लिए जेडीए ने ट्रैफिक पुलिस को भी पत्र लिखा है। छह करोड़ रुपए इस रपट को ऊंचा करने में खर्च होंगे और करीब छह माह में काम पूरा हो जाएगा।
खास बात यह है कि पूरे रपट को ही बंद करके काम किया जाएगा। ऐसे में करीब डेढ़ लाख लोगों को अपना रास्ता बदलना होगा। करीब छह माह में यह रपट बनकर तैयार होगी। करीब 180 मीटर लम्बाई और 17 मीटर (दो लेन) चौड़ाई में दो मीटर ऊंचाई के बॉक्स डाले जाएंगे।
इस रपट पर आवाजाही बंद होने से लोगों को बीटू बाइपास चौराहा और गोपालपुरा बाइपास हाईलेवल ब्रिज का उपयोग करना होगा। हालांकि, अब यातायात पुलिस भी अनुमति देने के साथ ही इस रपट से आने-जाने वाले लोगों को रास्ते भी बताएगी।

इनको लगाना पड़ेगा तीन से पांच किमी का चक्कर
-महारानी फॉर्म, रघु विहार, शांति नगर, महावीर नगर, दुर्गापुरा रहने वाले लोगों को अब मानसरोवर जाने तीन से पांच किमी का चक्कर लगाना होगा।
-पृथ्वीराज नगर-दक्षिण, इस्कॉन मंदिर रोड, पत्रकार कॉलोनी रहने वाले लोग विजय पथ होते हुए इस रपट से आते हैं।
-रीको इंडस्ट्रियल एरिया, मानसरोवर और मानसरोवर के सेक्टर सात, आठ, नौ, दस, 11 और 12 से लेकर मालपुरा गेट, सांगानेर जाने जाने वाले कई लोग भी इस रास्ते का उपयोग करते हैं।
- सचिवालय विहार, पटेल नगर, खेजड़ों का बांस, दादू दयाल नगर, आयकर नगर और मुहाना मंडी के सैकड़ों व्यापारी इसी रपट से आते जाते हैं।

ये होगा फायदा
-मानसून के दौरान रपट से करीब दो मीटर ऊपर तक पानी बहता है। ऐसे में आवाजाही प्रभावित होती है। दो मीटर के बॉक्स डालने से नदी की सतह से सडक़ की ऊंचाई चार मीटर तक हो जाएगी। ऐसे में मानसून में आवाजाही प्राभावित नहीं होगी।

मुख्यमंत्री ने दिए थे निर्देश
मानसून के दौरान मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा ने शहर का दौरा किया था। यहां रुककर भी देखा था। उसके बाद उन्होंने जेडीए अधिकारियों को रपट को ऊंचा करने के निर्देश दिए थे।