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Commonwealth Games 2022: लॉन बाउल्स के खेल को खेलने का तरीका, नियम और इससे जुड़ी हर जानकारी

कॉमनवेल्थ में अब लॉन बाउल्स काफी प्रचलित हो गया है। कई सालों से ये गेम खेला जा रहा है। हालांकि आजतक भारत इस गेम में एक भी पदक हासिल नहीं कर पाया है। हम इस आर्टिकल के जरिए आपको इस गेम से जुड़ी अहम जानकारियों को साझा करेंगे।

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Commonwealth Games 2022: What is Lawn Bowls? Rules and point system

लॉन बाउल्स से जुड़ी जानकारी

Commonwealth Games 2022: कॉमनवेल्थ गेम्स 2022 में भारत की इस बार एक अनुभवी 10 सदस्यीय लॉन बाउल्स टीम गई है। इन सभी खिलाड़ियों से पदक की उम्मीद है। लॉन बाउल्स एक ऐसा गेम है जो काफी प्रचलित है और इसमें पदक भी लाया जा सकता है। हालांकि भारत अभी तक कभी भी इस गेम में पदक नहीं ला पाया है। लॉन बाउल्स को आमतौर पर पर बाउल्स के रूप में जाना जाता है। जमैका में 1966 में हुए अगर गेम्स को छोड़ दें तो फिर लॉन बाउल्स हर कॉमनवेल्थ गेम्स का हिस्सा रहा है। साल 1930 से ही लॉन बाउल्स कॉमनवेल्थ गेम्स का हिस्सा रहा है। तब से ही कॉमनवेल्थ गेम्स की शुरूआत भी हुई थी। आपकी जानकारी के लिए बता दें कि इसे ब्रिटिश एंपायर खेल के रूप में भी जाना जाता था।


लॉन बाउल्स के नियम क्या होते हैं?

ये गेम अब बहुत ही प्रचलित हो गया है। बहुत से लोग इस गेम के बारे में नहीं जानते होंगे। अगर कोई जानता भी होगा तो फिर इसके नियम पता नहीं होंगे। इसके नियम के बारे में हम आपको बताएंगे। दरअसल इस गेम में एक बॉल को मैदान पर फेंका जाता है। यानी की उसे रोल कर के खिलाड़ी द्वारा आगे डाला जाता है। इस गेम में एक शब्द का प्रयोग होता है जिसे जैक कहते हैं।

जैक का दूसरा नाम लक्ष्य होता है। यानी की खिलाड़ी को बॉल को इस जैक तक पहुंचाना होता है। जैक की लंबाई की बात करें तो करीब ये 23 मीटर का होता है। ये गेम चार तरह से खेला जाता है। जिसमें सिंगल, डबल, तीन की टीम और चार की टीम शामिल होती है। अब हर टीम में खिलाड़ियों को उनकी संख्या के आधार पर बांटा जाता है। पुरुष और महिला दोनों का गेम अलग होता है और दोनों के लिए अलग पदक होते हैं।

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इस गेम में प्वाइंट सिस्टम क्या होता है?

प्वाइंट्स का इस खेल में ज्यादा रोल नहीं होता है। सिंपल है कि जिस देश का खिलाड़ी जैक के जितनी करीब पहुंच जाता है, उसे विजेता घोषित कर दिया जाता है। सिंगल मैच में अगर कोई खिलाड़ी पहले 21 नंबर हासिल कर लेता हैं तो फिर वो विजेता बन जाता है। इसके अलावा डबल और अन्य गेम में 18 नंबर हासिल करने होते हैं।

लॉन बाउल्स का कॉमनवेल्थ गेम्स में इतिहास

साल 1930 से ही लॉन बाउल्स कॉमनवेल्थ गेम्स का हमेशा हिस्सा रहा है। बस एक साल इस गेम का आयोजन नहीं किया गया था। भारत को 22 साल से इस गेम में कोई भी पदक नहीं मिला है। कॉमनवेल्थ गेम्स में लॉन बाउल्स में सबसे ज्यादा पदक जीतने वाला देश इंग्लैंड है। इंग्लैंड अभी तक इस गेम में 51 पदक जीत चुका हैं, जिसमें 20 गोल्ड, 9 सिल्वर और 22 ब्रॉन्ज मेडल रहे हैं।

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इंग्लैंड के बाद ऑस्ट्रेलिया का नाम दूसरे नंबर पर आता है। ऑस्ट्रेलिया इस गेम में 50 पदक जीच चुका है। जिसमें 14 गोल्ड, 23 सिल्वर और 13 ब्रॉन्ज मेडल हैं। पदकों के मामले में तीसरा नंबर स्कॉटलैंड का है। स्कॉटलैंड ने अभी तक 39 पदक जीते हैं।


कॉमनवेल्थ गेम्स 2022 के लिए भारतीय टीम


1) पुरुष

सिंगल: सुनील बहादुर

डबल: सुनील बहादुर, मृदुल बोरगोहेन

तीन की टीम: दिनेश कुमार, नवनीत सिंह, चंदन कुमार सिंह

चार की टीम : नवनीत सिंह, मृदुल बोरगोहेन, दिनेश कुमार, चंदन कुमार सिंह

2) महिला

सिंगल: नयनमोनी सैकिया

डबल: नयनमोनी सैकिया, लवली चौबे

तीन की टीम: तानिया चौधरी, रूपा रानी तिर्की, पिंकी

चार की टीम: रूपा रानी तिर्की, तानिया चौधरी, लवली चौबे, पिंकी