बता दें कि गुरुराज का जन्म 15 अगस्त 1992 को कुंडापुरा में हुआ था, वह कर्नाटक के उडुपी डिस्ट्रिक्ट के निवासी हैं, साथ ही उनकी उम्र 29 साल हैं। उनका पूरा नाम की पी गुरुराज पुजारी है। साल 2018 गोल्ड कोस्ट राष्ट्रमंडल खेलों में भी उन्होंने 56 किलो वर्ग में भारत को सिल्वर पदक दिलाया था और अब बर्मिंघम कॉमनवेल्थ गेम्स 2022 में भारत को दूसरी बार इस साल पदक उन्होंने दिला दिया है। बता दें कि उन्होंने अपने वेटलिफ्टिंग करियर की शुरुआत साल 2010 में की थी, लेकिन उसके बाद अपने करियर को आगे बढ़ाने के लिए उन्होंने वेटलिफ्टिंग की बजाय पावरलिफ्टिंग पर ध्यान देना शुरू किया।
आज गुरुराज ने राष्ट्रमंडल खेलों में कांस्य पदक जीतकर भारत का मान विश्वभर में बढ़ा दिया है। भारत का आज यह दूसरा पदक है, गुरु राज से पहले संकेत सरगर भी भारत को सिल्वर पदक वेटलिफ्टिंग में दिला चुके हैं। बता दें कि भारत की तरफ से इस बार 210 खिलाड़ी इस प्रतियोगिता में हिस्सा ले रहे हैं, जो 15 अलग-अलग खेलों में पदक जीतने के लिए अपनी दावेदारी पेश करते नजर आ रहे हैं। भारत अभी तक कॉमनवेल्थ गेम्स 2022 में 2 पदक जीत चुका है जिसमें 1 सिल्वर और एक कांस्य पदक शामिल है।