2019 इंडिया ओपन में उपविजेता रहने के बाद श्रीकांत का यह पहला BWF विश्व टूर फाइनल है। उनका आखिरी खिताब 2017 में आया था, जिस साल उन्होंने चार रजत पदक जीते थे। कभी विश्व में नंबर 1 रहे श्रीकांत हाल के वर्षों में फॉर्म और फिटनेस में गिरावट से जूझते हुए रैंकिंग में 65वें स्थान पर खिसक गए हैं।
छह साल के अंतराल के बाद फाइनल में पहुंचने पर अपनी खुशी व्यक्त करते हुए श्रीकांत ने कहा, “काफी खुश हूं। शारीरिक रूप से, मैं अच्छा महसूस कर रहा हूं, लेकिन यह भी सच है कि मैंने पिछले साल बहुत ज़्यादा मैच नहीं खेले हैं, क्वालीफ़ाइंग खेल रहा हूं, इसलिए शायद मैच खेलने का वह अनुभव खो गया हूं। और हां, इस बार किसी तरह सब ठीक हो गया।”
उन्होंने कहा, “मैंने पिछले महीने कड़ी मेहनत की है। बहुत लंबे समय के बाद मिली ये जीत ही मेरी भावनाएं हैं।” पूर्व विश्व नंबर-1 किदांबी श्रीकांत पिछले कुछ सत्रों में फॉर्म और फिटनेस संबंधी समस्याओं के कारण खराब दौर से गुजर रहे थे।
किदांबी श्रीकांत अब रविवार को फाइनल में चीन के ली शि फेंग से भिड़ेंगे। दोनों खिलाड़ियों के बीच आमने-सामने का रिकॉर्ड चीनी खिलाड़ी के पक्ष में है, जिसने चार मुकाबलों में तीन जीत दर्ज की हैं।