मुरली श्रीशंकर ने मेन्स लॉन्ग जंप के फाइनल में 8.08 मीटर के बेस्ट जंप के साथ सिल्वर मेडल जीता है। इसी के साथ श्रीशंकर कॉमनवेल्थ गेम्स के इतिहास में लॉन्ग जंप इवेंट में भारत के लिए सिल्वर जीतने वाले पहले पुरुष एथलीट बन गए हैं। इससे पहले दिग्गज महिला लॉन्ग जंपर अंजू बॉबी जॉर्ज और प्रज्यूषा मलाइखल कॉमनवेल्थ गेम्स में मेडल जीत चुकी हैं। अंजू बॉबी ने 2002 कॉमनवेल्थ गेम्स में लॉन्ग जंप में ब्रॉन्ज और प्रज्यूषा ने 2010 में सिल्वर जीता था।
वहीं, पुरुषों में सुरेश बाबू ने 1978 कॉमनवेल्थ गेम्स में ब्रॉन्ज मेडल जीता था। यह लॉन्ग जंप में भारत के लिए प्रज्यूषा के बाद दूसरा सिलवर मेडल है। हालांकि एक अन्य भारतीय मोहम्मद अनीस याहिया फाइनल्स में पांचवें स्थान पर रहे। याहिया ने आखिरी प्रयास में 7.97 मीटर जंप किया।
सुधीर का बेहतरीन प्रदर्शन –
सुधीर ने पुरुषों के हेवीवेट कैटेगरी में 212 किलो वजन उठाकर गोल्ड मेडल जीत लिया। 87.30 किलो वजन वाले सुधीर ने रैक हाइट 14 के साथ पहले प्रयास में 208 किलो वजन उठाया। वहीं, दूसरे प्रयास में उन्होंने 212 किलो वजन उठाया। अपने आखिरी अटैम्प्ट में सुधीर 217 किलो वजन उठाने में नाकाम रहे। 134.5 पॉइंट्स लेकर सुधीर टॉप पर रहे और स्वर्ण पदक अपने नाम किया।
सुधीर भारत के लिए पैरा पावरलिफ्टिंगमें गोल्ड जीतने वाले पहले एथलीट बन गए हैं। यह भारत के लिए बर्मिंघम कॉमनवेल्थ गेम्स में छठा गोल्ड मेडल है। इससे पहले वेटलिफ्टिंग में मीराबाई चानू, जेरेमी लालनिरुंगा और अचिंता शेउली गोल्ड जीत चुके हैं। वहीं, महिला लॉन बॉल टीम और पुरुष टेबल टेनिस टीम ने भी गोल्ड मेडल अपने नाम किया था।
इसके अलावा चार भारतीय बॉक्सर सेमीफाइनल में पहुंच गए और भारत के लिए चार पदक भी पक्का कर लिया। मेन्स बॉक्सिंग में अमित पंघाल, सागर अहलावत, रोहित टोकस और महिला बॉक्सिंग में जैस्मिन ने सेमीफाइनल में जगह बना ली है। कुल मिलाकर सात भारतीय बॉक्सर बर्मिंघम कॉमनवेल्थ गेम्स में अपने-अपने इवेंट में सेमीफाइनल में पहुंच चुके हैं।
कॉमनवेल्थ गेम्स 2022 में भारत अबतक 20 पदक जीत चुका है। इसमें छह गोल्ड, सात सिल्वर और सात ब्रॉन्ज मेडल शामिल हैं। भारत ने सबसे ज्यादा 11 मेडल वेटलिफ्टिंग में जीते हैं, जबकि तीन पदक जूडो, एक-एक मेडल बैडमिंटन, टेबल टेनिस, लॉन बॉल्स, स्क्वॉश, लॉन्ग जंप और एथलेटिक्स में आए हैं।