पीएम मोदी ने भी देखा मैच
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी भारत और बेल्जियम के बीच हॉकी का सेमीफाइनल मुकाबला देखा। साथ ही उन्होंने भारतीय टीम को शुभकामनाएं भी दीं। उन्होंने ट्वीट में लिखा, ‘मैं भारत और बेल्जियम के बीच हॉकी का सेमीफाइनल मैच देख रहा हूं। हमारी टीम पर गर्व है। उन्हें शुभकामनाएं।’ वहीं दूसरे क्वार्टर में बेल्जियम को लगातार तीन पेनल्टी कॉर्नर मिले, लेकिन वह गोल करने में नाकाम रही। भारतीय टीम काफी अच्छा डिफेंड कर रही है। हालांकि दूसरे क्वार्टर के 18वें मिनट में गुरजंत सिंह से मिले 5वें पेनल्टी कार्नर पर बेल्जियम ने गोल कर स्कोर 2-2 बराबर कर दिया। इसके बाद हाफ टाइम तक दोनों टीमें कोई गोल नहीं कर पाईं।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी भारत और बेल्जियम के बीच हॉकी का सेमीफाइनल मुकाबला देखा। साथ ही उन्होंने भारतीय टीम को शुभकामनाएं भी दीं। उन्होंने ट्वीट में लिखा, ‘मैं भारत और बेल्जियम के बीच हॉकी का सेमीफाइनल मैच देख रहा हूं। हमारी टीम पर गर्व है। उन्हें शुभकामनाएं।’ वहीं दूसरे क्वार्टर में बेल्जियम को लगातार तीन पेनल्टी कॉर्नर मिले, लेकिन वह गोल करने में नाकाम रही। भारतीय टीम काफी अच्छा डिफेंड कर रही है। हालांकि दूसरे क्वार्टर के 18वें मिनट में गुरजंत सिंह से मिले 5वें पेनल्टी कार्नर पर बेल्जियम ने गोल कर स्कोर 2-2 बराबर कर दिया। इसके बाद हाफ टाइम तक दोनों टीमें कोई गोल नहीं कर पाईं।
यह भी पढ़ें— Tokyo Olympics 2020 : कौन हैं भारतीय महिला हॉकी टीम की गोलकीपर सविता पूनिया, ऑस्ट्रेलियाई हुए मुरीद, जानिए उनके बारे में 5 खास बातें भारत और बेल्जियम मेंस हॉकी के सेमीफाइनल में हाफ टाइम तक 2-2 की बराबरी पर रहीं। भारतीय टीम को दूसरे क्वार्टर के समाप्त होने के ठीक पहले पेनल्टी कॉर्नर मिला,लेकिन हरमनप्रीत सिंह गोल करने से चूक गए। वहीं तीसरे क्वार्टर में भारतीय हॉकी टीम को पेनल्टी कॉर्नर मिला। बेल्जियम ने वीडियो रेफरल लिया, लेकिन मैदानी अंपायर का फैसला जारी रहा। बेल्जियम ने वीडियो रेफरल खो दिया। हालांकि भारत ने पेनल्टी कॉर्नर में गोल करने का एक मौका खो दिया। हरमनप्रीत सिंह गोल करने में नाकाम रहे। वहीं चौथे क्वार्टर में बेल्जियम ने अच्छी शुरुआत की। मैच के 49वें मिनट में बेल्जियम ने एक गोल कर भारत पर 3-2 की बढ़त बना ली। बेल्जियम के एलेक्जेंडर हेड्रिक्स ने पेनल्टी कॉर्नर के जरिए गोल किया। चौथे क्वार्टर में बेल्जियम ने एक और गोल दागा और भारत पर 4-2 की बढ़त बना ली। दूसरे हाफ में खराब खेल के बाद भारत को 5-2 से हार का सामना करना पड़ा
यह भी पढ़ें— tokyo olympics 2020 : दुती चंद ने किया निराश, सेमीफाइनल में नहीं बना पाईं जगह हॉकी में अब भी भारत के पास पदक जीतने का मौका
सेमीफाइनल में हार के बावजूद भारतीय पुरुष हॉकी टीम के पास पदक जीतने का मौका बाकी है। दरअसल, भारतीय हॉकी टीम को अभी कांस्य पदक के लिए मुकाबला खेलना है, जहां उन्हें जर्मनी और ऑस्ट्रेलिया के बीच होने वाले दूसरे सेमीफाइनल के विजेता से चुनौती मिलेगी।
सेमीफाइनल में हार के बावजूद भारतीय पुरुष हॉकी टीम के पास पदक जीतने का मौका बाकी है। दरअसल, भारतीय हॉकी टीम को अभी कांस्य पदक के लिए मुकाबला खेलना है, जहां उन्हें जर्मनी और ऑस्ट्रेलिया के बीच होने वाले दूसरे सेमीफाइनल के विजेता से चुनौती मिलेगी।
ऐसा रहा है भारत—बेल्जियम का पहले का रिकॉर्ड
बात करें इन दोनों टीमों के बीच हुए पिछले मुकाबलों की तो बेल्जियम के साथ हुए पिछले पांच मुकाबलों में से चार मैच भारत ने जीते हैं। पांच साल पहले रियो ओलंपिक के क्वार्टर फाइनल में बेल्जियम के हाथों 1-3 से हारकर ही भारत बाहर हुआ था। वर्ष 2020 में एफआईएच प्रो लीग के मुकाबले में भारत ने एक मैच जीता था। इससे पहले 2019 में बेल्जियम दौरे पर भारत ने तीनों मैच जीते थे। भारत की पुरुष हॉकी टीम ने 49 साल बाद ओलंपिक का सेमीफाइनल खेला। इससे पहले भारत ने हॉकी में 1972 में म्यूनिख ओलंपिक में सेमीफाइनल के लिए क्वालीफाई किया था।
बात करें इन दोनों टीमों के बीच हुए पिछले मुकाबलों की तो बेल्जियम के साथ हुए पिछले पांच मुकाबलों में से चार मैच भारत ने जीते हैं। पांच साल पहले रियो ओलंपिक के क्वार्टर फाइनल में बेल्जियम के हाथों 1-3 से हारकर ही भारत बाहर हुआ था। वर्ष 2020 में एफआईएच प्रो लीग के मुकाबले में भारत ने एक मैच जीता था। इससे पहले 2019 में बेल्जियम दौरे पर भारत ने तीनों मैच जीते थे। भारत की पुरुष हॉकी टीम ने 49 साल बाद ओलंपिक का सेमीफाइनल खेला। इससे पहले भारत ने हॉकी में 1972 में म्यूनिख ओलंपिक में सेमीफाइनल के लिए क्वालीफाई किया था।