टोक्यो ओलंपिक में विनेश फोगाट को गोल्ड मेडल का प्रबल दावेदार माना जा रहा था,लेकिन जब वह क्वार्टर फाइनल मुकाबला हारीं तो परिजन काफी दुखी हो गए। मीडिया रिपोर्ट के अनुसार, विनेश की मां प्रेमलता की आंखों में आंसू आ गए। उन्होंने कहा कि बेटी से गलती हुई है। वह कांस्य पदक तो जीतेगी, लेकिन गोल्ड मैडल जीतती तो खुशी होती कि बेटी ने दूध की लाज रखी है।
वहीं विनेश फोगाट के भाई हरविंद्र ने कहा कि उनकी बहन का टारगेट टोक्यो ओलंपिक में गोल्ड मेडल जीतने का था। विनेश की हार पर उन्हें विश्वास नहीं हो रहा। भाई का कहना है कि विनेश ने जिस तरह से मेहनत की थी, गोल्ड जीतने के पूरे चांस थे। अब अगर कांस्य पदक भी जीतती है तो कोई खास मायने नहीं है। साथ ही उन्होंने कहा कि गोल्ड जीतने के लिए चाहे कितने ही ओलंपिक खेलने पड़ें, खिलाएंगे।
महावीर फोगाट बोले—खुद ट्रेनिंग देता तो बेटी जीतती गोल्ड
विनेश के ताऊ व द्रोणाचार्य अवॉर्डी पहलवान महावीर फोगाट ने विनेश की हार पर कहा कि उन्हें विदेशी कोचों द्वारा दी गई ट्रेनिंग पर खास विश्वास नहीं है। उन्होंने कहा कि विनेश की ट्रेनिंग में खामियां रही और इसी वजह से बेटी गोल्ड नहीं जीत पाई। उनका कहना है कि अब वह खुद विनेश को ट्रेनिंग देंगे और अगले ओलंपिक में बेटी देश के लिए गोल्ड लाएगी। महावीर फोगाट का कहना है कांस्य पदक चाहे कितने ले आओ, कोई मायने नहीं है।