
Tokyo Paralympics 2020: टोक्यो पैरालंपिक में भारत के पैरा एथलीट्स ने इस बार सबसे अच्छा प्रदर्शन किया है। रविवार को भारत के खाते में 5वां गोल्ड मेडल आया। यह गोल्ड मेडल कृष्णा नागर ने पुरुषों की बैडमिंटन स्पर्धा के एकल एसएच6 क्लास में जीता। इस इवेंट में कृष्णा नागर का मुकाबला हांगकांग के चू मैन से हुआ। इसमें नागर ने सीधे सेटों में 21-17 16-21 21-17 से जीत दर्ज की। टोक्यो पैरालंपिक की बैडमिंटन स्पर्धा में भारत को यह दूसरा स्वर्ण पदक मिला है। वहीं नोएडा के डीएम सुहास एलवाई ने पुरुषों की एकल SL4 इवेंट में सिल्वर मेडल जीता। अब भारत के खाते में 5 गोल्ड, 8 सिल्वर और 6 ब्रॉन्ज मेडल आ गए हैं।
पहले सेट में हुई कड़ी टक्कर
जयपुर के कृष्णा नागर पहले गेम से ही हांगकांग के खिलाड़ी पर हावी रहे। हालांकि हांगकांग के प्लेयर ने जल्द ही गेम में वापसी करते हुए 16-11 से बढ़त बना ली। वहीं कृष्णा नागर ने भी हार नहीं मानी और गेम में वापसी करते हुए स्कोर को 15-16 कर दिया। इसके बाद नागर ने अपने प्रतिद्वंद्वी को लगातार हैरान करते हुए पहला गेम 21-17 से जीत लिया। वहीं दूसरे सेट में कृष्णा नागर ने कुछ गलतियां की, जिसकी वजह से उन्हें दूसरे सेट में हार का सामना करना पड़ा। दूसरे सेट में हांगकांग के खिलाड़ी ने शानदार प्रदर्शन किया। वहीं कृष्णा नागर ने भी कड़ीर टक्कर दी, लेकिन दूसरा सेट वह 16-21 से हार गए। हालांकि तीसरे सेट में नागर ने शानदार प्रदर्शन करते हुए गोल्ड मेडल हासिल किया।
तीसरे सेट में नागर का शानदार प्रदर्शन
तीसरे और अंतिम गेम में कृष्णा नागर ने शानदार प्रदर्शन किया। तीसरे सेट की शुरुआत में ही नागर ने 5-1 की बढ़त बना ली। हालांकि हांगकांग के खिलाड़ी ने समय पर 13-13 से मुकाबले को बराबरी पर ला दिया। इसके बावजूद कृष्णा ने हार नहीं मानी और बेहतरीन प्रदर्शन करते हुए 21-17 से गेम जीता। इसके साथ ही नागर बैडमिंटन में स्वर्ण पदक जीतने की सूची में हमवतन प्रमोद भगत के साथ शामिल हो गए। प्रमोद भगत ने शनिवार को एसएल3 क्लास में बैडमिंट में पहला गोल्ड मेडल जीता था। यह पैरालंपिक खेलों में भारत का पांचवां स्वर्ण पदक है।
नोएडा के डीएम ने जीता सिल्वर
नोएडा के डीएम सुहास एलवाई ने रविवार को पुरुषों की एकल SL4 इवेंट में फ्रांस के लुकास माजूर से कड़े मुकाबले में 21-15, 17-21, 15-21 से हार का सामना करना पड़ा। इसके साथ ही सुहास को सिल्वर मेडल से संतोष करना पड़ा। पहला सेट सुहास ने 21-15 से अपने नाम किया। वहीं अगले दोनों गेम में उन्हें 21-17 और 21-15 से हार का सामना करना पड़ा। सुहास देश के पहले ऐसे अधिकारी हैं, जिन्हें पैरालिंपिक में हिस्सा लेने का मौका मिला था और उन्होंने सिल्वर मेडल अपनी झोली में डाला।
Updated on:
05 Sept 2021 12:36 pm
Published on:
05 Sept 2021 12:32 pm
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