
एआईबीए यूथ वर्ल्ड बॉक्सिंग चैंपियनशिप में भारतीय महिला मुक्केबाजों का दबदबा है। भारत ने इस बॉक्सिंग चैंपियनशिप के महिला वर्ग में सभी सातों स्वर्ण पदकों पर कब्जा जमाया। भारतीय महिला मुक्केबाजों ने अपने-अपने मुकाबलों में बेहतरीन प्रदर्शन करते हुए स्वर्ण पदक हासिल किए। भारतीय महिला मुक्केबाज अल्फिया पठान ने 81 किग्रा भार वर्ग में शानदार प्रदर्शन करते हुए फाइनल में जीत दर्ज की और स्वर्ण पदक अपने नाम कर लिया।
भारत का लगातर सातवां गोल्ड मेडल
बता दें कि इस टूर्नामेंट में भारत का यह लगातार सातवां गोल्ड मेडल है। भारत ने महिला वर्ग में सभी सातों स्वर्ण पदक हासिल किए हैं। सातवां गोल्ड मेेडल अल्फिया पठान ने जीता। अल्फिया ने फाइनल में मोल्दोवा की मुक्केबाज डारिया कोजोरव को 5-0 से हराया। यूथ विश्व चैंपियनशिप में भारत का यह अब का ऐतिहासिक प्रदर्शन है। इससे पहले इंडिया ने गुवाहाटी में साल 2017 में यूथ विश्व चैंपियनशिप में पांच गोल्ड मेडल जीते थे।
भारत की इन महिला मुक्केबाजों ने भी जीते गोल्ड मेडल
अल्फिया पठान के अलावा भारत की 6 अन्य महिला मुक्केबाजों ने भी इस चैंपियनशिप में गोल्ड मेडल जीते हैं। पठान से पहले, सनमाचा चानू, अरुंधति चौधरी (69 किग्रा), विंका (60 किग्रा), साल 2019 की एशियन यूथ चौंपियन बेबीरोजीसाना चानू (51 किग्रा), पूनम (57 किग्रा) और गीतिका (48 किग्रा) ने स्वर्ण पदक जीते। बता दें कि चानू ने फाइनल मुकाबले में में रूस की वेलेरिया लिंकोवा को 5-0 से हराया। वहीं गीतिका ने पोलैंड की नतालिया डोमिनिका को 5-0 से शिकस्त दी।
चैंपियनशिप में भारत के कुल 11 स्वर्ण पदक
इनके अलावा महिला वर्ग में भारत की पूनम ने फाइनल में स्टील्नी ग्रॉसी को 5-0 से हराया। वहीं झुलडीज श्याखेतोवा के खिलाफ पांच जजों ने सर्वसम्मति से विंका को विजेता घोषित किया। अरुंधति ने फाइनल में पोलैंड की बरबरा मार्सिकोव्स्का को 5-0 से मात दी। बता दें कि 20 सदस्यीय भारतीय दल ने इस चैंपियनशिप में बेहतरीन प्रदर्शन करते हुए 11 पदक हासिल किए। इससे पहले भारत ने साल 2018 में हंगरी में वर्ल्ड यूथ चैंपियनशिप में अपना सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन करते हुए 10 मेडल जीते थे।
Published on:
23 Apr 2021 12:06 pm
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