scriptखरीफ सीजन में 44 हजार किसान बिना ब्याज फसली ऋण से वंचित | 44 thousand farmers deprived of crop loan without interest in Kharif s | Patrika News

खरीफ सीजन में 44 हजार किसान बिना ब्याज फसली ऋण से वंचित

locationश्री गंगानगरPublished: Aug 05, 2021 10:16:20 am

Submitted by:

Krishan chauhan

-10 हजार नए, 20 हजार अवधिपार और 14 हजार सामान्य किसान शामिल
-बैंक ने कहा कि 380 करोड़ का बजट मिला था, इतनी राशि का किया वितरण

खरीफ सीजन में 44 हजार किसान बिना ब्याज फसली ऋण से वंचित

खरीफ सीजन में 44 हजार किसान बिना ब्याज फसली ऋण से वंचित

खरीफ सीजन में 44 हजार किसान बिना ब्याज फसली ऋण से वंचित

-10 हजार नए, 20 हजार अवधिपार और 14 हजार सामान्य किसान शामिल

-बैंक ने कहा कि 380 करोड़ का बजट मिला था, इतनी राशि का किया वितरण
-कृष्ण चौहान

श्रीगंगानगर. दी गंगानगर केंद्रीय सहकारी बैंक (जीकेएसबी) ने खरीफ सीजन में बिना ब्याज फसली ऋण वितरण के लिए 380 करोड़ रुपए का लक्ष्य मिला था। जिले के 86 हजार किसानों को ऋण वितरण कर दिया है। इसके बाजवूद अभी तक जिले में खरीफ सीजन में 44 हजार किसान बिना ब्याज फसली ऋण से वंचित रह गए। बैंक के अधिकारियों का कहना है कि खरीफ सीजन में लक्ष्य से अधिक बिना ब्याज फसली ऋण का वितरण कर दिया और अब बजट नहीं है। इस कारण इन किसानों को खरीफ सीजन का ऋण एक बार नहीं मिल पाएगा। इनमें 10 हजार नए और 20 हजार अवधिपार किसान भी शामिल है। रबी सीजन वर्ष 2021 में जिन किसानों को बिना ब्याज फसली ऋण वितरण किया गया था। इनमें से 14 हजार किसानों को खरीफ सीजन में बिना ब्याज फसली ऋण नहीं मिल पाया है। उल्लेखनीय है कि रबी सीजन में 400 करोड़ रुपए का ऋण वितरण का लक्ष्य था। जबकि इस बार 20 करोड़ रुपए की राशि कम कर दी गई।
ब्याज सहित चुकानी होगी राशि

अब इन किसानों ने रबी सीजन में मिला ऋण 31 अगस्त 2021 तक नहीं चुकाया तो फिर इनको सात प्रतिशत राशि ब्याज सहित बैंक में राशि जमा करवानी होगी। अब इन किसानों के लिए संकट की स्थिति पैदा हो गई है। बैंक में ब्याज सहित राशि जमा नहीं करवाने पर किसानों को बैंक डिफाल्टर घोषित कर देगा तथा भविष्य में किसानों को बिना ब्याज फसली ऋण सुविधा से वंचित रहना पड़ेगा। वर्तमान समय में किसान के पास पैसा नहीं है।
किसानों की बढ़ी परेशानी

कोरोना महामारी की वजह से राज्य सरकार की माली हालत खराब बनी हुई है। इसका खामियाजा कृषि बाहुल्य श्रीगंगानगर जिले के किसानों को भुगतना पड़ रहा है। बैंक की स्थिति भी अच्छी नहीं है। इस कारण बजट कम आवंटित होने की वजह से जिले के 44 हजार किसान बिना ब्याज फसली ऋण की सुविधा से वंचित रह गए। कोरोना संकट में किसान के लिए खाद, बीज व स्प्रे आदि के लिए राशि जुटाना बहुत मुश्किल हो रखा है। इस बार पर्याप्त बारिश नहीं होने और पहले नहरबंदी की वजह से खरीफ की फसलें अच्छी नहीं हैं।
फैक्ट फाइल
———-
बिना ब्याज फसली ऋण वितरण व लक्ष्य का गणित

-नए किसानों को ऋण वितरण करना था-10 हजार

-अवधिपार किसानों को ऋण वितरण करना है-20 हजार
-सामान्य किसानों को ऋण वितरण करना था -1 लाख
——
-नए किसानों को ऋण वितरण किया -0

-अवधिपार किसानों को ऋण वितरण किया-0
-सामान्य किसानों को ऋण वितरण किया-86 हजार

खरीफ का ऋण वितरण की राशि अवांटित

-ऋण वितरण का लक्ष्य-380 करोड़
-ऋण वितरण किया-380 करोड़
———

खरीफ सीजन में बिना ब्याज फसली ऋण वितरण के लिए 380 करोड़ रुपए का बजट मिला। इस राशि को वितरण करने के बाद भी 44 हजार किसान वंचित रह गए है। इनके लिए रजिस्ट्रार को पत्र लिखकर लक्ष्य 450 करोड़ रुपए करने की मांग की गई है। फाइल वित्त विभाग के पास गई हुई और वहां से राशि बढकऱ आने पर वंचित किसानों को ऋण विरतण किया जाएगा।
-भूपेंद्र सिंह ज्याणी, एमडी, दी गंगानगर केंद्रीय सहकारी बैंक, श्रीगंगानगर।

loksabha entry point

ट्रेंडिंग वीडियो