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- ईवीएम स्टोर में की गई थी प्रथम लेवल स्तरीय जांच
श्रीगंगानगर.
विधानसभा चुनाव में इस बार एमई-3 वर्जन की ईवीएम का प्रयोग किया जाएगा। इन ईवीएम की प्रथम लेवल स्तरीय जांंच (एफएलसी) कर ली गई है। 4101 ईवीएम मशीनों में से 96 मशीनें खराब पाई गई। इन खराब ईवीएम को वापिस बंगलूरू भेजा जाएगा।
अतिरिक्त जिला निर्वाचन अधिकारी नख्तदान बारहठ ने सोमवार शाम बताया कि 2 जुलाई से 11 जुलाई के बीच नवनिर्मित ईवीएम स्टोर में राजनीतिक दलों के प्रतिनिधियों की मौजूदगी में भेल के इंजीनियरों द्वारा नई ईवीएम की जांच की गई थी। इनमें से 2249 बैलेट यूनिट में से 2227 ईवीएम सही पाई गई, जबकि 22 को तकनीकी कारणों से रिजेक्ट कर दिया गया। इसी तरह 1874 कंट्रोल यूनिट में से 34 सीयू को भी रिजक्ट किया गया। इन 96 ईवीएम को एरर के चलते चुनाव प्रक्रिया से बाहर कर दिया गया है।
किसे गया वोट, देख सकेगा मतदाता
नख्तदान बारहठ ने बताया कि इस बार विधानसभा चुनावों में वीवीपेट का भी उपयोग होगा। ये वीवीपेट इसी हफ्ते श्रीगंगानगर पहुंच जाएगी। नई वीवीपेट की भी प्रथम लेवल स्तरीय जांच की जाएगी। विधानसभा चुनावों में पहली बार आम मतदाता 7 सैकिण्ड के लिए वीवीपेट पर अपने डाले गए वोट को डिस्पले पर देख सकेगा।
मतदाता वीवीपेट के जरिए यह भी जान सकेगा कि उसने जिस प्रत्याशी को वोट दिया है। वह मत उसके पक्ष में गया है या नहीं? बारहठ ने बताया कि 31 जुलाई से मतदाता सूचियों का पुनर्रीक्षण कार्यक्रम चलाया जाएगा जो 27 सितंबर तक चलेगा। इस दौरान नए मतदाता बनाने के साथ-साथ वोटर संशोधन भी करवा सकेंगे।
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Published on:
16 Jul 2018 10:07 pm
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