
us fighter jet
चीन को कड़ी चुनौती देते हुए गुरुवार को अमरीकी वायुसेना के दो लड़ाकू विमान ने विवादित साउथ चाइना सी के ऊपर से उड़ान भरी है। इसकी जानकारी शुक्रवार को अमरीकी वायुसेना ने दी। तो वहीं अमरीका ने कहा कि इस इलाके में चीन के दावा के विरपरित उड़ान अंतरराष्ट्रीय सीमा और अधिकार को बनाए रखने के लिए भरी गई है। जिस पर चीन हमेशा से अपना अधिकार जताता रहा है।
गुरुवार को उड़ान भरने से पहले दो अमरीकी लड़ाकू विमान बी-1बीएस ट्रेंड ने जपानी लड़ाकू विमान के साथ दक्षिणी चीन सागर की ओर उड़ान भरी। इससे पहले पिछले महीने भी अमरीकी वायुसेना के विमान ने गुआम से दक्षिणी चीन सागर की ओर उड़ान भर थी। तो वहीं यह पहला मौका था जब दोनों देशों के वायुसेना ने मिलकर एक साथ नाइट ड्रील की हो।
सूत्रों के मुताबिक, बताया जा रहा है कि जर्मनी में होने जा रहे G20 शिखर सम्मेलन के दौरान अमरीकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप चीनी राष्ट्रपति शी जिनपिंग से मुलाकात कर सकते हैं। जहां दोनों देशों के बीच उत्तर कोरिया के मिसाइल परीक्षण को लेकर अहम चर्चा की जा सकती है। क्योंकि उत्तर कोरिया द्वारा लगातार हो रहे मिसाइल परीक्षण से अमरीका सख्त नाराज है।
अमरीका का मानना है कि उत्तर कोरिया मिसाइल परीक्षण मामले में चीन उस पर दबाव बनाए। बीते दिनों प्रतिबंद्ध के बावजूद उत्तर कोरिया ने एक और मिसाइल परीक्षण किया था जो कि जापानी क्षेत्र में गिरी थी।
Published on:
07 Jul 2017 05:07 pm
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