इसके उपरांत कलक्ट्रेट के अंदर घुसने का प्रयास किया तो वहां पुलिस और प्रदर्शनकारियों में धक्का मुक्की भी हुई। कलक्ट्रेट गेट पर पुलिस का व्यापक पहरा तैनात था। कोतवाली सीआई विश्वजीत सिंह से प्रदर्शनकारियों को कलक्ट्रेट के अंदर घुसने पर रोक लगा दी तो गुस्साए प्रदर्शनकारियों ने धक्का मुक्की। यह देख पुलिस कर्मियों के हल्का बल प्रयोग शुरू कर दिया। प्रदर्शनकारी बैकफुट पर आए। इसके बाद चुनिंदा लोगेां को जिला प्रशासन को ज्ञापन देने के लिए अनुमति दी गई। विश्व हिन्दू परिषद के प्रांत जोधपुर के संयोजक उमाशंकर मित्तल, रतन गणेशगढि़या, महेश पेड़ीवाल, लक्की दावड़ा, लोकेश मनचंदा, श्यामलाल धारीवाल, प्रदीप धेरड़, राजकुमार सोनी, रामगोपाल यादव, मुकेश गोदारा, भाजपा नगर मंडल अध्यक्ष नीलम अग्रवाल, भाजपा की जिला मंत्री अंजू सैनी, संजय महिपाल आदि शामिल हुए।
विहिप संयोजक ने राज्यपाल के नाम का ज्ञापन एडीएम प्रशासन को दिया। इसमें आरोप लगाया कि उदयपुर में कन्हैयालाल पर तालिबान तरीके से वीडियो बनाकर हत्या कर दी गई। दोषी आतंकवादियों को सरेआम फांसी दी जाना न्याय संगत होगा। इससे पहले नोहर उपखंड के बाबा रामदेव मंदिर के सामने खाली जगह पर कुछ मुसलमान युवाओं ने मंदिर में जाने वाली महिलाओं और बच्चियों के साथ छेड़छाड़ की घटना को रोकने के लिए 11 मई 22 को विश्व हिन्दू परिषद के जिला धर्म जागरण प्रचार प्रमुख सतवीर पर हमला कर गंभीर घायल कर दिया था।
इसी तरह जोधपुर में ईद की पूर्व रात्रि को जालौरी गेट पर नमाजियों ने सुनियोजित तरीके से स्वतत्रंता सेनानी बालमुकंद बिस्सा की प्रतिमा पर पट्टी बांधकर प्रतिमा को हरे पाक परस्त झंड लगाकर पाकिस्तान जिन्दाबाद के नारे लगाए थे। इसके बाद हिन्दू घरों में घुसकर पूजा स्थलों पर तोड़फोड़ की घटना कारित की। हिन्दू संगठनेां में गहलोत सरकार के खिलाफ काफी रोष व्याप्त है। असमाजिक तत्व बने लोगों को अभी रोका नहीं गया तो प्रदेश के हालात काफी खराब हो जाएंगे। क़ड़े एक्शन लेने की जरुरत है।
इधर, जय महाकाल संगठन ने रिंकू मिडढा की अगुवाई में युवाओं ने भी उदयपुर घटना को लेकर अपना विरोध जताते हुए राज्यपाल के नाम का ज्ञापन एडीएम प्रशासन डा.हरितिमा को सौंपा।