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प्लेटलेट्स बढ़े न बढ़े, बढ़ रहा है धंधा

इन दिनों सब ओर डेंगू का डर पांव पसारे बैठा है। इलाके में लगातार इसके रोगी बढ़ रहे हैं और इसके साथ ही बढ़ रहा है प्लेटलेट्स बढ़ाने वाली दवाओं का धंधा।

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श्रीगंगानगर.

इन दिनों सब ओर डेंगू का डर पांव पसारे बैठा है। इलाके में लगातार इसके रोगी बढ़ रहे हैं और इसके साथ ही बढ़ रहा है प्लेटलेट्स बढ़ाने वाली दवाओं का धंधा।यह धंधा इतनी तेजी से फैल रहा है कि भले ही चिकित्सक इसकी सलाह दे या नहीं, रोगी सीधे मेडिकल स्टोर्स से इन दवाओं का खरीद रहा है और इसकी एवज में बड़ी राशि का भुगतान भी कर रहा है। ये दवाएं कितनी प्रभावी है, यह तो मेडिकल साइंस में पूरी तरह से प्रमाणिक नहीं है लेकिन इतना जरूर है कि डेंगू के इस डर ने दवाओं के इस बाजार में जरूर चमक ला दी है।


चार सौ रुपए में दस टेबलेट्स
इन टेबलेट्स के विक्रेता दावा करते हैं कि इन टेबलेट्स को खाने से प्लेटलेट्स तेजी से बढ़ते हैं। इनमें से कई में पपीते का सत्व अथवा गिलोय आदि होने का दावा किया जाता है। इससे ग्राहक को भी सहज विश्वास हो जाता है कि ये दवाएं प्लेटलेट्स बढ़ाने वाली हैं जबकि मेडिकल साइंस इसका कोई वैज्ञानिक आधार नहीं होने की बात कहता है। मेडिकल साइंस से जुड़े लोगों का कहना है कि यह केवल लोगों की धारणा से जुड़ा मामला है।


नहीं मिलती खुली टैबलेट्स
यहां एक और पेच यह है कि जहां इन दवा विक्रेताओं ने दस टैबलेट्स की कीमत चार सौ रुपए या इससे अधिक तय कर रखी है वहीं यदि कोई खुली एक दो या चार टैबलेट्स मांगता है तो यह उसे उपलब्ध नहीं करवाई जाती तथा उसे यह विश्वास दिलाया जाता है कि एक या दो टैबलेट्स से कुछ भी असर नहीं होने वाला।


रोग प्रतिरोध क्षमता से जुड़ा है मामला
बताया जाता है कि डेंगू होने से पूर्व अधिकांश मामलों में प्लेटलेट्स कम होते हैं। ऐसे में यह मामला रोग प्रतिरोध से जुड़ा हुआ है। जब रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाने के लिए उचित दवाएं और इसके साथ ही कुछ तरल पदार्थ आदि लिए जाते हैं तो प्लेटलेट्स स्वत: ही बढऩे लगती हैं। चिकित्सक यह तो मानते हैं कि गिलोय, पपीता आदि का प्राकृतिक रूप में उपयोग प्रतिरोध क्षमता बढ़ा सकता है लेकिन इसकी टैबलेट्स का ज्यादा प्रभाव हो इसे वैज्ञानिक तौर पर प्रमाणिक नहीं मानते।


यह है चिकित्सकों का मानना
&किसी व्यक्ति को डेंगू होने की स्थिति में उसके प्लेटलेट्स कम होते हैं। इसे ठीक करने के लिए प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाना जरूरी है। जब प्रतिरोधक क्षमता बढ़ती है तो व्यक्ति में स्वत: ही प्लेटलेट्स बढऩे लगते हैं। इसके लिए दवा के साथ तरल खाद्य आदि का उपयोग करना जरूरी है। बाजार में बिक रहे टैबलेट्स से प्लेटलेट्स बढऩे की वैज्ञानिक आधार पर प्रमाणिकता
नहीं है।
डॉ. पवन सैनी, जिलाध्यक्ष,
अखिल राजस्थान सेवारत चिकित्सक संघ।


नहीं लगता ऐसा संभव
प्लेटलेट्स बढ़ाने की दवा की बात करें तो मेडिकल साइंस में एक-दो दवाएं हैं जो प्लेटलेट्स बढ़ाती हैं लेकिन वे केवल कैंसर जैसे गंभीर रोगों में ही यदा-कदा उपयोग होती है तथा बेहद महंगी होती है। यदि प्लेटलेट्स बढ़ाने की चार सौ से छह सौ रुपए तक में मिलने वाली दवाओं की बात करें तो ऐसा संभव नहीं लगता।
डॉ. पीयूष राजवंशी, चिकित्सक