दो को जेल भेजा, तीसरा अब पुलिस रिमांड पर
पदमपुर एसएचओ ने बताया कि गजसिंहपुर क्षेत्र चक 4 एफडी निवासी बलदेव सिहं उर्फ बब्बु पुत्र अक्का सिहं को अदालत ने न्यायिक अभिरक्षा में भेज दिया। जबकि बचन सिंह पुत्र महेन्द्र सिंह रायसिख से इस प्रकरण में अन्य लोगों की भूमिका के बारे में पूछताछ करने के लिए अदालत से पांच दिन का पुलिस रिमांड हासिल किया है। इन दोनों के अलावा इन्हीं के गांव के ही आरोपी गुरमंत सिंह उर्फ मंटू पुत्र जोगेंद्र सिंह रायसिख को पहले काबू किया था। ये तीनों लोकल स्लीपर के रूप में बॉर्डर एरिया में सक्रिय थे। तीनों एक ही परिवार के सदस्य हैँ। इनके और भी लोग शामिल है या नहीं, यह जांच की जा रही हैं।
पंजाब से आए थे चार तस्कर, तीन काबू, एक फरार
पिछले महीने पन्द्रह जुलाई को सीआईडी बॉर्डर इंटेलीजेंस और श्रीकरणपुर पुलिस की संयुक्त टीम ने करणपुर क्षेत्र में नाकेबंदी की तो कार सवार अमृतसर जिले के करालिया गांव निवासी 28 वर्षीय जगजीत मसीह पुत्र अजीत मसीह व 25 वर्षीय पतरस पुत्र कुलविंद्र सिंह और गांव लदेह निवासी 18 वर्षीय विजय उर्फ सन्नी पुत्र सुखदेव सिंह से 2 किलो 325 ग्राम हेरोइन बरामद की गई, लेकिन इनका चौथा साथी लादेह निवासी जोबनजीत सिंह पुत्र जोगेंद्र सिंह फरार हो गया था। यह फरार आरोपी अब तक पुलिस के हाथ नहीं लगा हैं।
लोकल स्लीपर नेटवर्क तोड़ने का बनाया टारगेट
इस बीच, पुलिस अधीक्षक गौरव यादव का कहना है कि अब तक सीमा पार से आ रहे अवैध मादक पदार्थो की खेप को पंजाब ड्रग्स माफिया की नजर रहती हैं। यह खेप आते ही पंजाब के तस्कर आते हैँ, यह खेल काफी समय से चल रहा था। लेकिन पिछले तीन महीनों में हमने लोकल स्लीपर नेटवर्क को तोड़ने का प्रयास किया हैं, इसका नतीजा है कि अब उन गांवों में लोगों को काबू का रहे है जो नेटवर्क का हिस्सा बनकर गुपचुप तरीके से मॉनीटरिंग कर रहे हैँ। गांव 4 एफडी और हिन्दुमलकोट क्षेत्र के कई ग्रामीण लोकल स्लीपर के रूप में सक्रिय मिले हैँ, इन लोगों को काबू करने के लिए अब मुहिम के रूप में काम किया जा रहा हैं।