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श्रीगंगानगर.
इलाके में डेंगू युवाओं को चपेट में ले रहा है। अब तक करीब चौपन डेंगू रोगी सामने आ चुके हैं। खास बात यह है कि इनमें से 31 रोगी 18 से 35 वर्ष आयु के बीच के हैं तथा दस रोगी बच्चे और किशोर हैं।हालांकि शनिवार को किसी नए रोगी में डेंगू की पुष्टि तो नहीं हुई लेकिन पिछले कुछ समय में युवाओं में तेजी से फैल रहे इस रोग को लोगों में चिंता का विषय बना दिया है। डेंगू की बात करें तो एडीज नाम के मच्छर से फैलने वाला यह रोग गंदे पानी में नहीं पनपकर साफ पानी में पनपता है तथा इसी से लोगों में इसका प्रसार होता है। डेंगू का मच्छर सामान्यत: दिन में ही काटता है तथा यह प्राय: शरीर में पैरों के नीचे के हिस्सों पर ही आक्रमण करता है।
कार्य क्षेत्र में हो रहे युवा डेंगू के शिकार
उप मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. अजय सिंगला बताते हैं कि हालांकि ऐसा कोई विशेष कारण नहीं है जिसके चलते डेंगू का ज्यादा असर युवाओं पर ही पडऩा तय होता हो। लेकिन, यह सही है कि सामान्यत: युवा कार्यक्षेत्र में रहते हैं तथा घरों में तो सावधानी बरत ली जाती है लेकिन कार्य क्षेत्रों में सावधानी नहीं बरतने के कारण यह मच्छर तेजी से पनपता है। इसके लिए विभागीय दल लगातार सर्वे में जुटा है तथा नगर परिषद ने भी फोगिंग आदि करवाई है जिससे रोगी पर नियंत्रयण करने का प्रयास किया जा रहा है।
चौदह रोगी एनएच वन पॉजिटिव
इस बीच जवाहर नगर में तपोवन ट्रस्ट की ओर से संचालित चिकित्सालय में चौदह रोगियों में एनएच वन पॉजिटिव होने की पुष्टि हुई है। इसे डेंगू की आशंका के साथ जोड़कर देखा जा रहा है। वहीं, उपमुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. सिंगला का कहना है कि एनएच वन पॉजिटिव किसी भी वायरल बुखार में हो सकता है लेकिन इसे सीधे तौर पर डेंगू रोगी नहीं मान सकते। डेंगू रोगी केवल वहीं होते हैं जिनमें एलाइजा पॉजिटिव पाया जाता है। उनका कहना था कि शनिवार को किसी नए रोगी में डेंगू की पुष्टि नहीं हुई है।
Published on:
21 Oct 2017 09:48 pm
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