23 दिसंबर 2025,

मंगलवार

Patrika LogoSwitch to English
home_icon

मेरी खबर

icon

प्लस

video_icon

शॉर्ट्स

epaper_icon

ई-पेपर

प्रिंट रेट से अधिक में शराब मिलने को विभाग ने नकारा

-संपर्क पोर्टल पर शिकायत करने वाले को दिया जवाब-आबकारी विभाग ने कार्रवाई में पिछले दिनों ही पकड़े थे दुकानदार

2 min read
Google source verification
alcohol

प्रिंट रेट से अधिक में शराब मिलने को विभाग ने नकारा

श्रीगंगानगर.

शहर में शराब दुकानों पर प्रिंट रेट से अधिक दाम पर शराब बिकने की शिकायत को विभाग के अधिकारियों ने सिरे से ही खारिज कर दिया है। जबकि डेढ़-दो माह पहले ही विभाग की कार्रवाई में ही दुकानों पर शराब प्रिंट से अधिक रेट पर बिकती पाई गई थी। अधिकारियों ने एक शिकायतकर्ता को दुकानों पर प्रिंट रेट से अधिक में शराब नहीं बिकने का जवाब देकर जांच बंद कर दी है।

कोयले की कमी, इकाइयां बंद और बिना बिजली बेहाल 'जीवन'


शहर निवासी संदीप अहूवालिया ने पिछले दिनों राजस्थान संपर्क पोर्टल पर शिकायत दर्ज कराई थी कि शहर में दुकानों पर अंग्रेजी शराब व बीयर प्रिंट रेट से अधिक में बिक रही है। इस मामले की जांच आबकारी विभाग को भेजी गई थी। जहां आबकारी विभाग के निरीक्षक की ओर से शहर की दुकानों पर जांच की गई और आबकारी निरीक्षक ने रिपोर्ट में लिखा है कि शहर में बोगस ग्राहक भेजकर शराब दुकानों पर जांच कराई गई।

किसी को नहीं पता कहां हैं डस्टबिन!

इस जांच के दौरान एक भी दुकान पर प्रिंट रेट से अधिक में शराब बिकना नहीं पाया गया। दुकानदार प्रिंट रेट पर ही शराब का बेचान करते पाए गए। परिवादी का कहना है कि जबकि स्थिति से इससे उलट है। दुकानों पर शराब प्रिंट रेट से अधिक में बेची जा रही है। उल्लेखनीय है कि करीब डेढ़-दो माह पहले आबकारी विभाग की ओर से शराब दुकानों पर कार्रवाई की गई थी, जिसमें कई दुकानों पर प्रिंट रेट से अधिक में शराब बिकती पाई गई और ऐसे दुकानदारों के खिलाफ केस बनाए गए थे लेकिन इसके बाद भी प्रिंट रेट से अधिक में शराब बिक्री बंद नहीं हो पाई।

Read More News...

किसी को नहीं पता कहां हैं डस्टबिन! - https://goo.gl/J1RzRX

अध्यापक बातों में व्यस्त, कक्षाएं खाली - https://goo.gl/YckRm5

जलदाय विभाग की अनदेखी का दंश भुगत रहे हैं नागरिक - https://goo.gl/HU7PdS