– सुपर क्रिटिकल परियोजना के लॉको पायलेट ने रोका
सूरतगढ़ थर्मल (श्रीगंगानगर). सब क्रिटिकल थर्मल के वैगन टिप्लर 3 से खाली कोल रैक लेने आया परियोजना का लॉको (इंजन) रविवार सुबह बिना चालक के करीब 2 किमी से अधिक दूरी तय कर 1320 मेगावाट की सुपर क्रिटिकल तापीय परियोजना पहुंच गया। गनीमत रही कि इस दौरान सामने से कोई कोयले की मालगाड़ी नहीं आ रही थी अन्यथा बड़ा हादसा हो सकता था।
जानकारी के अनुसार रविवार सुबह 7 बजे परियोजना के वैगन टिप्लर संख्या तीन से खाली कोल रैक लेने आया सूरतगढ़ थर्मल के लॉको एसएएन-528 को चालू हालत में खड़ा कर परियोजना के कॉन्ट्रेक्टर का लॉको चालक व पॉइंटमैन आसपास कहीं चले गए। इसी दौरान लॉको अपने आप चल पड़ा और करीब 2 किमी से ज्यादा दूरी तय कर सुपर क्रिटिकल परियोजना के वैगन टिप्लर की मुख्य लाइन पर पहुंच गया। जहां परियोजना के अन्य लॉको चालक ने बिना ड्राइवर इंजन को देख तुरंत चलते लॉको में चढ़कर इसे रोक दिया। उधर, सब क्रििटकल थर्मल में जब लॉको का चालक और पॉइंटमैन वापिस आए तो, लॉको नहीं देखकर उनके होश उड़ गए। इसके बाद उन्होंने इस संबंध में सुपर क्रिटिकल तापीय परियोजना कोल हैंडलिंग प्लांट के अधिकारियों को सूचित किया। नियमानुसार स्टार्ट लॉको को चालक किसी भी हालत में छोड़कर नहीं जा सकता। यह तो गनीमत रही कि व्यस्ततम रहने वाले सूरतगढ़ थर्मल में सामने से कोई दूसरा कोयले की रैक नहीं आ रहा था। उधर, इंटक के प्रदेश महामंत्री श्यामसुंदर शर्मा ने चालक की ओर से लॉको को चालू हालत में छोड़कर जाने को गंभीर लापरवाही बताते हुए संबधित अधिकारियों व कर्मचारियों सहित ठेका फर्म पर विभागीय कार्रवाई की मांग की है।