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व्यास नदी में शीरा डालने का वाली मिल की रिपोर्ट में सब ठीक लिखने वाले एक्सईएन और डीएसओ निलम्बित

- पंजाब सरकार ने 17 प्रकार की इंडस्ट्री को किया चिह्नित  

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श्रीगंगानगर-चंडीगढ़.

ब्यास नदी में गुरदासपुर की चड्ढा शुगर मिल का शीरा डाले जाने के मामले में अब पंजाब सरकार ने अधिकारियों के खिलाफ कार्रवाई शुरू कर दी है। । पंजाब सरकार ने दिसम्बर व मार्च में इस शुगर मिल की जांच कर 'सब ठीक है' रिपोर्ट देने वाले एक्सईएन कुलदीप सिंह और एसडीओ अमृतपाल सिंह चहल को निलम्बित कर दिया है।

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वहीं, इस घटना से सबक लेते हुए पंजाब सरकार ने शुगर मिल, पेपर मिल, डिस्टलरी आदि 17 प्रकार के उद्योगों को चिह्नित करते हुए पर्यावरण संरक्षक उपकरणों की एक माह में जांच के आदेश दिए हैं। पर्यावरण मंत्री ओपी सोनी ने कहा कि प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के अधिकारियों ने ड्यूटी में लापरवाही बरती। । अगर अधिकारियों ने सही निरीक्षण किया होता तो ब्यास नदी का पानी दूषित नहीं होता।

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बड़े उद्योगों में मची खलबली
ज्ञात रहे कि ब्यास नदी में शीरा मिलने और पर्यावरण को हुए नुकसान से जहां पंजाब सरकार हिली हुई है, वहीं बड़े उद्योगों में भी खलबली मची है। । पंजाब प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के चैयरमैन काहन सिंह पन्नू ने मार्च में निर्देश दिए थे कि चीफ इंजीनियर व सुपरिंटेंडेट इंजीनियर ऑफिस में ही फाइल वर्क करेंगे यहां तक कि ये अधिकारी फील्ड में बिना अनुमति नहीं जाएंगे।

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माना जा रहा है कि इस निर्देश के कारण भी कई खामियां आईं। गलती सुधारते हुए सरकार ने पन्नू का आदेश वापस ले लिया है। अब पूर्व की तरह चीफ इंजीनियर व सुपरिटेंडेंट इंजीनियर फील्ड में भी जांच के लिए जा सकेंगे।

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