
जैन संत से मारपीट, विघ्न-विनाशक की मूर्ति तोडऩे पर टकराव
श्रीकरणपुर (श्रीगंगानगर). कस्बे के ह्रदय स्थल पर स्थित जैन भवन परिसर में जारी चातुर्मास कार्यक्रम के दौरान गुरुवार दोपहर दो पक्षों में टकराव होने पर काफी हंगामा हुआ। इस दौरान वहां करीब तीन माह से रह रहे जैन संत से कथित रूप से मारपीट हुई। वहीं, भवन में लगे देवी-देवताओं के पोस्टर फाडऩे के साथ गणेशजी की मूर्ति भी तोड़ दी गई। घटनाक्रम की सूचना मिलने पर पुलिस मौके पर पहुंची और स्थिति को संभाला। इस दौरान वहां बड़ी संख्या में लोग एकत्र हो गए। बताया गया कि करीब दो-ढाई माह से चल रहे विवाद को लेकर ही यह स्थिति पैदा हुई। जैन भवन के सामने करीब डेढ़ घंटे तक चले घटनाक्रम के बाद आखिर शाम को संत दिव्यानंद निराले बाबा, जैन भवन परिषद के कार्यकारी अध्यक्ष विक्रम बंसल, व्यापार मंडल सचिव अजय बंसल, राजकुमार ङ्क्षसगला, भूषण ङ्क्षसगला, विनय गर्ग, अमित ङ्क्षसगला, दिनेश लाला, मनोहरलाल ङ्क्षसगला, स्नेहलता ङ्क्षसगला, नीलम रानी, राज रानी व साक्षी गर्ग सहित बड़ी संख्या में श्रद्धालु थाने पहुंचे और जैन समाज के दस नामजद व कई अन्य पर मारपीट व धार्मिक भावनाओं को ठेस पहुंचाने का आरोप लगाया। पुलिस ने संत के परिवाद पर जैन समाज के लोगों पर मुकदमा दर्ज किया है।
भवन का नाम बदलने पर उपजा विवाद
जानकारी अनुसार जैन संत दिव्यानंद निराले बाबा 30 जून से यहां जैन भवन में चातुर्मास कर रहे हैं। इस दौरान जैन भवन का नाम बदलने के साथ वहां देर रात को बिना प्राण-प्रतिष्ठा किए कई ङ्क्षहदू देवी-देवताओं की मूर्तियां स्थापित करने व अन्य कई कारणों को लेकर जीवन जैन, चरणजीत जैन व समाज के अन्य लोगों ने संत का विरोध कर दिया। उनका आरोप था कि भवन पर कब्जा करने की नियत से ही जैन भवन का नाम जेडी पाश्र्व पद्मावती दिव्यानंद निराले बाबा मंदिर किया गया।
Published on:
29 Sept 2023 02:44 am
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