सज्जन व एकता की शादी एक साल पहले ही हुई थी। आस्ट्रेलिया में कंस्ट्रक्शन कंपनी में काम करने वाले सज्जन तो काम की व्यस्तता के चलते वोट देने नहीं आ सके लेकिन एकता की इच्छा पूरी करने के लिए उन्हें भारत भेज दिया। एकता ने बताया कि विदेशी धरती पर हमें गर्व महसूस होता है कि हम विश्व की सबसे बड़ी लोकतांत्रिका व्यवस्था के भागीदार हैं। उन्होंने बताया कि ऑस्ट्रेलिया में लोग हमारी लोकतांत्रिक व्यवस्था पर चर्चा करते हैं तो हम वोट देने से पीछे कैसे हट सकते हैं। इसलिए उसका मन था कि लोकसभा चुनावों में वह वोट डालने जरुर अपने देश जरूर आएंगी। पति सज्जन ने भी वोट डालने के लिए स्पोर्ट किया तो वह अकेली ही ऑस्ट्रेलिया से भारत चली आई तथा मतदान में हिस्सा लिया।