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इंटरलॉकिंग टाइल्स से होगी सर्विस रोड की खानापूर्ति

नेशनल हाइवे सूरतगढ़ मार्ग पर शिव चौक से राजकीय जिला चिकित्सालय तक सर्विस रोड के नाम पर अब महज खानापूर्ति की जाएगी।

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interlocking tiles

श्रीगंगानगर.

नेशनल हाइवे सूरतगढ़ मार्ग पर शिव चौक से राजकीय जिला चिकित्सालय तक सर्विस रोड के नाम पर अब महज खानापूर्ति की जाएगी। दो सप्ताह पहले नगर विकास न्यास प्रशासन ने इस रोड के शिलान्यास के दौरान गुणवत्ता और रोड निर्माण के फायदे बताए गए। यहां तक कि हाइवे के किनारे पानी एकत्र होने से हाइवे को बचाने के लिए सीसी रोड निर्माण का दावा तक कर दिया गया था, लेकिन अब यह सीसी रोड की बजाय इंटरलॉकिंग टाइल्स बिछाने पर फोकस किया गया है।

शिलान्यास कार्यक्रम में न्यास अध्यक्ष संजय महिपाल यहां तक घोषणा कर चुके थे कि इस रोड के निर्माण से दुकानों के आगे रखी जाने वाली भवन निर्माण सामग्री की समस्या तक नहीं रहेगी लेकिन हकीकत में ऐसा नहीं है। अभियंताओं की माने तो ठेका फर्म इंटरलॉकिंग टाइल्स हाइवे के दोनों साइडों में लगाने जा रही है। दोनों साइडों पर सर्विस रोड निर्माण पर 1 करोड़ 12 लाख रुपए का बजट खर्च किया जाएगा। इधर, नगर परिषद के ठेकेदारों का कहना है कि लक्कड़मंडी टी प्वाइंट से सुखााडिय़ा सर्किल तक हाइवे के दोनों साइडों में 45 लाख रुपए में ठेका दिया गया था, ऐसे में शिव चौक से राजकीय जिला चिकित्सालय तक इंटरलॉकिंग टाइल्स बिछाने में सवा करोड़ रुपए का बजट सीमित एरिया में होने के कारण अधिक प्रतीत हो रहा है। लेकिन न्यास अभियंताओं ने इस पर चुप्पी साध ली है।


दुकानदारों के आगे नतमस्तक
इस जाली स्थापित किए जाने के खिलाफ दुकानदारों ने सामूहिक रूप से विरोध प्रदर्शन भी किया था, यहां तक कि नगर परिषद के उपसभापति अजय दावड़ा ने दुकानदारों के समर्थन में न्यास प्रशासन के खिलाफ नारेबाजी भी की थी। विरोध को देखते हुए तब न्यास अध्यक्ष ने यू टर्न लेते हुए आश्वासन दिया था कि दुकानदारों को कोई व्यवधान नहीं आएगा। लेकिन न्यास के अभियंताओं का कहना है कि जाली नहीं लगाने से दुकानदारों को इस सर्विस रोड से फायदा होगा जबकि आमजन को वर्तमान की तरह परेशानी भुगतनी होगी।

दुकानदारों को फायदा
इस सर्विस रोड को बनाने की मंशा हाइवे किनारे दुकानदारों की मनमर्जी से रखी निर्माण सामग्री को रोकने की थी लेकिन हकीकत में ऐसा नहीं हो रहा है। दुकानों के आगे मनमर्जी से बने थड़े और वहां लगाए गए बरेती, बजरी, इंटें, मार्बल पत्थर, लोहे के सामान के अलावा ट्रक आदि वाहन को हटाने की बजाय उनको इंटरलॉकिंग टाइल्स से राहत पहुंचाने का प्रयास न्यास प्रशासन की ओर से किया जा रहा है। न्यास प्रशासन ने सर्विस रोड निर्माण के दौरान लगने वाली जाली लगाने की प्रक्रिया को भी रोक दिया है। हालांकि इसके लिए अभी न्यास प्रशासन ने पत्रावली में अभी जिक्र नहीं किया है। लेकिन ऐसा माना जा रहा है कि अगले दो दिन में जाली निर्माण की शर्त को ठेके की अनुबंध से हटाई जा सकती है।


यह सही है कि इंटरलॉकिंग टाइल्स से सर्विस रोड बनेगी। टाइल्स मजबूत क्वालिटी की है, यह सीसी रोड की तरह काम करेगी। बरसात में चलने के दौरान कोई परेशानी नहीं आएगी। इसके साथ साथ डिवाइर बनाया जाएगा ताकि हाइवे से वाहन इस सर्विस रोड पर नहीं आ सकें। यह सही है कि अब जाली लगाने का प्रावधान हटाया जा रहा है, वहां सिर्फ अलग से डिवाइर निर्माण कराया जाएगा।
- संजय महिपाल, अध्यक्ष नगर विकास न्यास