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छत से गिरने के बाद तारों में उलझे मजदूर की करंट से मौत

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प्रेमनगर में निर्माणाधीन मकान की छत से पांव स्लिप होने से हुआ हादसा

श्रीगंगानगर.

प्रेमनगर में एक निर्माणाधीन मकान की छत से पैर स्लिप होने से एक मजदूर नीचे गिरा तो बिजली की तार में उलझ गया। करंट के झटके लगने के बाद मजदूर नीचे गिरा तो उसकी मौके पर ही मौत हो गई। यह हादसा बुधवार शाम करीब पांच बजे उस समय हुआ जब प्रेमनगर में इस मकान की छत पर चिन्नाई का काम चल रहा था। प्रत्यक्षदर्शियों ने बताया कि छत पर अस्थायी क्रेन लगा रखी थी। जिसके माध्यम से नीचे से छत तक ईंटें और निर्माण सामग्री का मिक्स मसाला ढोया जा रहा था।

तभी वहां काम कर रहे श्रमिक 22 वर्षीय 6 एफ बड़ा गांव निवासी अजय पुत्र देवीलाल का पैर स्लिप हो गया और वह नीचे गिरने लगा तो बिजली की तार से उलझ गया। इस बिजली की तार से करंट से उसका शरीर नीला पड़ गया। जब वह नीचे गिरा तब उसका दम टूट चुका था। वहां कारीगरों और मजदूरों ने उसे तत्काल राजकीय जिला चिकित्सालय पहुंचाया। इस सूचना पर श्रमिक के परिवार में कोहराम मच गया। उसके परिजनों ने चिकित्सालय परिसर में आकर विलाप किया। कोतवाली पुलिस का एक दल भी घटना स्थल पर पहुंचा और पूरे घटनाक्रम का ब्यौरा लिया।

एक घंटे के बाद मिलनी थी दिहाड़ी

इस घटना से पहले मजदूर ने अपने कारीगर को शाम छह बजे दिहाड़ी लेने की पेशकश की थी। उसे शाम छह बाद साढ़े तीन सौ रुपए की दिहाड़ी मिलनी थी लेकिन उससे पहले उसकी मौत हो गई। इधर, जांच अधिकारी एएसआई ओम कुमार का कहना था कि इस मजदूर की करंट लगने से मौत होने के बाद वहां अन्य श्रमिकों ने उसे चिकित्सालय पहुंचाया लेकिन उससे पहले वह दम तोड़ चुका था। शव को राजकीय जिला चिकित्सालय की मोर्चरी में रखवाया गया है। पोस्टमार्टम गुरुवार को करवाया जाएगा।


पहले भी हो चुकी दुर्घटनाएं

बसंती चौक एरिया में भी एक निर्माणाधीन मकान के आगे बिजली की तार से एक कारीगर की मौत हो चुकी है। बिजली की तार पर कवर करने की अनदेखी बरतने से ऐसे हादसे हो रहे हैं। इधर, डिस्कॉम के अधिकारियों का कहना है कि निर्माण कार्य से पहले भवन मालिकों को सुरक्षा के इंतजाम करने चाहिए। ऐसे में मामूली से लापरवाही से किसी की भी जान जा सकती है।