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Video : वाहन फंसे रहते हैं, पुलिसकर्मी देखता रहता है

-एडीएम ने जताई नाराजगी, कहा ऐसा नहीं होना चाहिए

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श्रीगंगानगर.

कलक्टे्रट सभागार में गुरुवार दोपहर अतिरिक्त जिला कलक्टर वीरेन्द्र वर्मा की मौजूदगी में हुई यातायात प्रबंधन समिति की बैठक में यातायात व्यवस्था सहित विभिन्न मुद्दों पर चर्चा हुई।एडीएम ने यातायात पुलिस अधिकारी को इधर-उधर खड़े वाहनों पर कार्रवाई के लिए कहा। उन्होंने कहा कि शहर में अक्सर वाहन फंसे रहते हैं और ट्रैफिक पुलिसकर्मी बैठा देखता रहता है, ऐसा नहीं होना चाहिए।

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बैठक में शहर में भारी वाहनों के प्रवेश का समय बदलने को लेकर चर्चा हुई। अभी वाहनों के प्रवेश का समय दोपहर दो से शाम चार बजे तक का है। इसी दौरान स्कूलों की छुट्टी होती है और शहर मे जाम की स्थिति बन जाती है। इनका समय दोपहर 12 से एक व शाम को चार से पांच बजे तक करने पर विचार किया गया।

एडीएम ने सड़कों पर इधर-उधर खड़े वाहनों, तेज गति में चलने वाले वाहनों पर कार्रवाई करने के निर्देश दिए। पार्किंग व्यवस्था, स्पीड लिमिट के बोर्ड लगाने के लिए कहा।वहीं, रोडवेज अधिकारियों ने बस स्टैण्ड के बाहर लोक परिवहन बसों के जमावड़े व अवैध बस संचालन का मामला उठाया। ऑटो यूनियन के पदाधिकारी ने निजी बसों का रूट पदमपुर रोड होकर करने की बात रखी।

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शहर में ट्रेफिक लाइटों का मामला भी उठाया। इस पर नगरपरिषद जेईएन ने कहा कि दो जगह लाइट चालू है। शहर में गंगावाहिनी चलाने के मुद्दे पर भी चर्चा हुई। रोड सेफ्टी का तीन लाख रुपए के बजट पर विचार किया गया।वहीं, बिना जांच के ही लाइसेंस के लिए चिकित्सकों की ओर से दिए जाने वाले प्रमाण पत्र को लेकर पैनल बनाने पर चर्चा हुई। बैठक में डीटीओ जेके माथुर, सीओ सिटी तुलसीदास पुरोहित, रोडवेज के कार्यवाहक ट्रेफिक मैनेजर बूटा सिंह, सेफ ड्राइव सेव लाइफ संस्था सचिव मोहन सोनी आदि शामिल हुए।