सडक़ गायब, पैसा हाजिर ! गड्ढों ने खोल दिया इंटरलॉकिंग घोटाले का राज
-कागजों में बनी सडक़, गांव में धूल ही धूल-सरपंच और ग्राम विकास अधिकारी पर छह लाख रुपए गबन की पुष्टि
-घड़साना की ग्राम पंचायत दो जीएम बी के चक सात जीडी ए का मामला
श्रीगंगानगर.गांवों के विकास की योजनाएं अक्सर कागजों में चमकती हैं, लेकिन जमीन पर उनकी सच्चाई कुछ और ही होती है। पंचायत समिति घड़साना की ग्राम पंचायत दो जीएम बी के चक सात जीडी ए में इंटरलॉकिंग सडक़ निर्माण का ऐसा ही मामला सामने आया है, जिसने ग्रामीण विकास तंत्र की पारदर्शिता पर गंभीर सवाल खड़े कर दिए हैं। यहां सडक़ बनी ही नहीं, लेकिन सरकारी रिकॉर्ड में छह लाख से अधिक राशि खर्च दिखाकर भुगतान उठा लिया गया। जांच में यह फर्जीवाड़ा उजागर हुआ और इसे गबन की श्रेणी में मानते हुए कार्रवाई की अनुशंसा की गई है। ग्रामीणों का कहना है कि ऐसे मामलों पर कड़ी कार्रवाई ही असली विकास को जमीन पर ला सकती है।
सिर्फ कागजों में विकास का ढांचा
पंद्रहवें वित्त आयोग योजना के तहत वर्ष 2022-23 में बलकरण के घर से जगदीश के घर तक इंटरलॉकिंग सडक़ व नाली निर्माण का कार्य 22 जुलाई 2022 को स्वीकृत हुआ था। योजना के अनुसार यहां पक्की इंटरलॉकिंग सडक़ बनना थी, लेकिन मौके पर आज भी सिर्फ कच्चा रास्ता और उबड़-खाबड़ जमीन ही दिखाई देती है। न सडक़, न नालियां सिर्फ कागजों में दर्ज विकास का ढांचा।
उपखंड अधिकारी को की थी शिकायत
गांव 19 एमडी निवासी लालचंद मेघवाल ने इस अनियमितता की शिकायत उपखंड स्तरीय जनसुनवाई में की। शिकायत के अनुसार सडक़ बनी ही नहीं, जबकि रिकॉर्ड में छह लाख 26 हजार रुपए खर्च दर्शाए गए हैं। इस पर बीडीओ घड़साना रामचंद्र मीणा ने अतिरिक्त विकास अधिकारी मुकेश कुमार को तीन दिन में जांच कर रिपोर्ट देने के निर्देश दिए।
जांच रिपोर्ट में गबन की पुष्टि
निरीक्षण के दौरान आरोप पूरी तरह सही पाए गए। रिपोर्ट में कहा गया कि तत्कालीन सरपंच रोशनी और ग्राम विकास अधिकारी सोहनलाल ने मिलीभगत कर कार्य नहीं होने के बावजूद भुगतान हड़प लिया। यह स्पष्ट रूप से गबन की श्रेणी का मामला है। रिपोर्ट में यह भी सवाल उठाया गया है कि तकनीकी जांच के लिए जिम्मेदार कनिष्ठ अभियंता और सहायक अभियंता ने बिना स्थल निरीक्षण किए भुगतान कैसे स्वीकृत कर दिया।
कागजी सडक़,असली गबन
1.योजना: पंद्रहवां वित्त आयोग
2.कार्य: इंटरलॉकिंग सडक़ व नाली
3.स्वीकृति: 22 जुलाई 2022
4.खर्च दिखाया: 6,26,000
5.वास्तविक स्थिति: सडक़ बनी ही नहीं
6.दोषी: तत्कालीन सरपंच रोशनी, ग्राम विकास अधिकारी सोहनलाल
कार्रवाई: वसूली व विभागीय कार्रवाई हेतु रिपोर्ट जिला परिषद को भेजी
वर्जन
ग्राम पंचायत दो जीएम बी के चक सात जीडी ए की शिकायत गंभीर थी। इसलिए तत्काल जांच करवाई गई। मौके पर सडक़ निर्माण कार्य नहीं मिला और भुगतान उठा लिया गया था। दोषियों से राशि वसूली और आगे की विभागीय कार्रवाई के लिए रिपोर्ट जिला परिषद सीईओ को भेज दी गई है।
-रामचंद्र मीणा, विकास अधिकारी, पंचायत समिति घड़साना।