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नगर परिषद ने उठाया कदम: पानी निकासी की समस्या दूर करने की कवायद तेज

- एक करोड़ से अधिक होगा खर्च, रेलवे की एनओसी के बाद ही शुरू होगा काम

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श्रीगंगानगर. पुरानी आबादी क्षेत्र में बरसात के दौरान बार-बार सामने आने वाली पानी निकासी की समस्या से निजात दिलाने के लिए नगर परिषद सक्रिय हो गई है। परियोजना पर एक करोड़ से अधिक खर्च प्रस्तावित है, लेकिन काम की शुरुआत रेलवे विभाग से एनओसी मिलने पर ही हो सकेगी। नगर परिषद आयुक्त रविन्द्र सिंह यादव के अनुसार राधा स्वामी डेरे के सामने वाल्मीकि मंदिर गड्ढा क्षेत्र में नया ड्रेनेज सिस्टम स्थापित किया जाएगा। इसके लिए 1 करोड़ 17 लाख 41 हजार 403 रुपए का बजट स्वीकृत कर मैसर्स सिंगला कंस्ट्रक्शन कंपनी को कार्यादेश जारी करने की तैयारी है।

लिंक चैनल पहुंचाई जाएगी पाइप लाइन

पुरानी आबादी के लेबर कोर्ट के पीछे गडढा क्षेत्र से यह पानी पाइप लाइनों से लिंक चैनल पहुंचाया जाएगा। इस प्रोजेक्ट में 37 किलोवाट मड पंप सेट की आपूर्ति व स्थापना, काइनेटिक एयर वाल्व, स्लूस वाल्व तथा 450 एमएम डीआई पाइपलाइन बिछाने जैसे कार्य शामिल हैं। इंजीनियरिंग टीम ले-आउट तैयार कर चुकी है। एनओसी मिलते ही ठेकेदार को 24 घंटे के भीतर काम शुरू करना होगा। ठेके की अवधि 180 दिन और गुणवत्ता दोष निवारण अवधि 3 वर्ष निर्धारित की गई है। परिषद ने कार्य स्थल पर सूचना पट्ट लगाना अनिवार्य किया है।

अब बदलेगी इस एरिया की तस्वीर

इस वर्ष मानसून में ताराचंद वाटिका, लेबर कॉलोनी, सरस्वती नगर और भरतनगर इलाका करीब एक सप्ताह तक पानी में डूबा रहा था। पानी निकासी में नगर परिषद को विशेष टीमें लगानी पड़ीं और लोगों ने प्रदर्शन भी किए। इसके बाद परिषद ने स्थायी समाधान की दिशा में यह प्रोजेक्ट तैयार किया है। आयुक्त का कहना है कि नए सिस्टम से इस क्षेत्र का पानी पाइपलाइन के माध्यम से लिंक चैनल तक पहुंचाने की प्रक्रिया सुचारू हो सकेगी। अब बरसात के बाद कई दिनों तक पानी पसरा होने की तस्वीर देखने को नहीं मिलेगी।