घटना द्वेषतापूर्ण हरकत
इस दौरान वरिष्ठ अधिवक्ताओं को इस घटनाक्रम की जानकारी मिली तो वे बार संघ सभागार में आए। इस दौरान भूरामल स्वामी, चरणदास कम्बोज, इन्द्रजीत बिश्नोई आदि के साथ फिर से कृष्ण सहारण भी पहुंचे। इस दौरान कई अधिवक्ता भी एकत्र हो गए। भारी शोरशराबे और हंगामे के बीच सहारण ने पूरे घटनाक्रम को दुर्भाग्यपूर्ण बताते हुए यू टर्न ले लिया। वहीं अन्य अधिवक्ताओं ने रोष जताते हुए निष्पक्ष चुनाव प्रक्रिया में यह घटनाक्रम शर्मशार करने वाली घटना बताई। चुनाव कमेटी के सदस्य विपिन और देवेन्द्र रोझ आदि ने इस घटना को द्वेषतापूर्ण हरकत बताते हुए चुनाव में खलल डालने की प्रक्रिया बताई।
एक घंटे के बाद माहौल हुआ शांत
बार संघ कैम्पस में हुए इस घटनाक्रम के करीब एक घंटे के बाद माहौल शांत हो गया। वरिष्ठ अधिवक्ताओं के हस्तक्षेप से बार संघ चुनाव की प्रक्रिया गुरुवार दोपहर बाद अपनाई गई। हालांकि अधिकांश अधिवक्ताओं में गुटबाजी को लेकर सरेआम चैम्बर पर ताले लगाने और स्वयं भू अध्यक्ष बनाने की प्रक्रिया पर रोष बना हुआ था। इधर, झगड़े की आंशका को लेकर गुप्तचर पुलिस भी अलर्ट हो गई।
सचिव पद के लिए सैनी ने भरा नामांकन
चुनाव अधिकारी विपिन सिद्ध ने बताया कि अध्यक्ष के लिए जसवंत भादू, अमनदीप और हंसराज तनेजा, उपाध्यक्ष पद के लिए अरमान सेतिया और वरुण दीक्षित व सचिव पद के लिए अशोक सैनी व लक्ष्मणराम ने नामांकन दाखिल करने के लिए फार्मो की खरीद की। इस बीच सचिव पद के लिए अशोक सैनी ने समर्थकों के साथ अपना नामांकन दाखिल किया। चुनाव अधिकारी के अनुसार शुक्रवार और शनिवार को भी नामांकन दाखिल कर सकेंगे। इसके लिए सुबह 11 से शाम चार बजे तक समय निर्धारित किया है।