
sewerage water
श्रीगंगानगर.
शहर में सीवरेज तो पता नहीं कब चालू होगा परन्तु गंदा पानी अभी से सिरदर्द बन गया है। यह पानी ओवरफ्लो होकर नेशनल हाइवे संख्या 62 तक पहुंच गया है।नगर परिषद और यूआईटी के अधिकारी बेबस नजर आ रहे हैं।
इंदिरा कॉलोनी स्थित गंदे पानी के गड्ढे के पास नगर विकास न्यास सीवरेज ट्रीटमेंट प्लांट बनवा रहा है। इसमें मोटरें लगाकर जमीनी पानी गंदे पानी के नाले में डाला जा रहा है।भूजल खारा होने के कारण इस पानी को आसपास के किसानों ने लेने से मना कर दिया है। इससे परिषद को मजबूरन इस पानी को नगर विकास न्यास के नाले में डालना पड़ रहा है।
मुख्य नाले पर बढ़ा दबाव
सूरतगढ़ रोड स्थित मुख्य नाले पर दबाव बढऩे से यह ओवरफ्लो हो रहा है। सद्भावना नगर स्थित गड्ढा तो पहले से ही ओवरफ्लो है। अब तो हालत यह है गंदा पानी राष्ट्रीय राजमार्ग संख्या 62 को छूने लगा है। इससे रोड को नुकसान पहुंचने का खतरा पैदा हो गया है।
पाइप लाइन का मिलान नहीं होने से संकट
शहर में करीब चार साल पहले सीवरेज का निर्माण कार्य शुरू करने वाली कंपनी यूईएम सूरतगढ़ रोड पर मुख्य सीवर लाइन का एसटीपी से मिलान नहीं कर पाई है, जिससे हजारों लोग नारकीय जीवन जी रहे हैं। साथ ही जहां सीवरेज लाइनें डाली हुई है वहां जमीन धंसने की घटनाएं भी होने लगी है।
मोटरें चलने पर भी बिगड़ रही हालत
यह स्थिति तो तब है जब सद्भावना नगर स्थित गंदे पानी के गड्ढे पर लगी मोटरें दिन-रात चल रही है। जल्द ही समस्या का निराकरण नहीं हुआ तो यह पानी ओवरफ्लो होकर आसपास की कॉलोनियों में लोगों के घरों में घुस सकता है।
किसानों को जबरन नहीं दे सकते पानी
किसान जरूरत के हिसाब से पानी ले रहे हैं। उन्हें जबरन तो पानी दिया नहीं जा सकता। जिला कलक्टर को भी समस्या से अवगत कराया था। अब तो नगर विकास न्यास को ही कोई समाधान निकालना होगा।
-सुनीता चौधरी, आयुक्त, नगर परिषद, श्रीगंगानगर
आज अतिरिक्त जमीन में छोड़ेंगे पानी
नगर विकास न्यास के पास सद्भावना नगर में 20 बीघा अतिरिक्त भूमि है जिसमें बरसात के दिनों में ही पानी छोड़ा जाता है। इस भूमि में मंगलवार को अतिरिक्त पानी छोड़कर मौजूदा संकट दूर करने का प्रयास किया जाएगा।
-संजय महिपाल, चेयरमैन, नगर विकास न्यास, श्रीगंगानगर
Published on:
27 Nov 2017 09:22 pm
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