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महिलाओं के साथ स्वयं सहायता समूह बनाएइंदिरा ने अपने आसपास की महिलाओं के साथ स्वयं सहायता समूह बनाकर इस हुनर की धार तेज की। लुधियाना और नई दिल्ली से कच्चा माल मंगवाकर महिलाएं अपने घर में ही सॉफ्ट टॉयज तैयार कर रही हैं। इन महिलाओं के बनाए टेडी बियर और हाथी हाथों-हाथ बिक रहे हैं। मेलों के जरिए भी इनके बनाए सॉफ्ट टॉयज की बिक्री हो रही है।
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गुणवत्ता पर फोकस कियाइंदिरा का कहना है कि मैंने हमेशा गुणवत्ता पर फोकस किया। हैंडीक्राफ्ट में तो रुचि हमेशा से ही थी, लेकिन इस हुनर को उद्योग में उतारने का तरीका ट्रेनिंग के बाद आया। महीने में 50 से 60 हजार रुपए आय होती है, गांव की महिलाओं के जीवन स्तर में सुधार आया है। मैं तो कभी पढ़ नहीं पाई, लेकिन अपने बच्चों को पढ़ा रही हूं।