पांच मिनिट में ही महिला ने तौड़ दिया दम चार-पांच मिनिट में यह प्रकिया पूर्ण हुई और महिला का हार्ट फैल्यिर होने से मौत हो गई। मौके पर फिजिशियन डॉ.केएस कामरा,गायनिक डॉक्टर्र अनामिका अग्रवाल,नर्सिंग अधीक्षक रमेश कांडी,गायनिक एचओडी डॉ.मुकेश स्वामी आदि पहुंच गए। डॉक्टर्स व नर्सिंग स्टाफ ने मरीज को बचाने की मशक्कत की लेकिन मरीज नहीं बच पाई।
लैबर रूम के लात-मुक्के मार कर सीसे तोडऩ़ की कोशिश की
गर्भवती महिला पूनम के पति रूपचंद व अन्य को जैसे की मरीज की मौत की सूचना मिली। मरीज के परिजन आक्रोशत हो गए। हंगामा करने लगे और लैबर रूम के लात-मुक्के मार कर सीसे तोडऩे की कोशिश की गई। डॉक्टर्स व नर्सिंग स्टाफ आदि को जमकर गंदी-गंदी गालियां निकाली । इस बीच पुलिस भी मौके पर पहुंच गई। सीआइ हनुमाना राम सहित अन्य पुलिस कर्मियों ने परिजनों को काफी समझाश की कोशिश की। लेकिन परिजनों ने किसी की एक नहीं सुनी और जमकर आक्रोश निकाला गया। करीब एक से डेढ़ घंटा तक हंगामा चलता रहा। महिला परिजन भी बेहोश हने गई।
पुलिस ने किया बाद में कंट्रोल इसके बाद चिकित्सालय प्रबंधन ने पुलिस और बुलाई। मौके पर सीओ सिटी अरविंद बैरड़,कोतवाली सीआइ रणजीत सिंह व पुलिस लाइन से आरएससी के जवान बुलाकर भीड़ को गायनिक वार्ड से बाहर और परिसर से बाहर निकाला गया। इसके बाद मामला शांत हुआ। पुलिस ने कहा कि आप लिखित में दीजिए,संबंधित डॉक्टर्स व अन्य के खिलाफ कार्रवाई हो जाएगी।
यह भी परिजनों ने आरोप लगाएं गर्भवती महिला की मौत के बाद भीड़ एकत्रित हो गई। इसमें मरीजों के कई परिजनों ने आरोप लगाया कि डॉक्टर्स व नर्सिंग स्टाफ मरीजों की देखभाल नहीं करते हैं। मरीज के साथ एक व्यक्ति को अंदर नहीं जाने देते,नौ बजे के बाद रात्रि को यह गेट ही बंद कर लेते हैं। कुछ मरीजों ने कहा कि स्टाफ पैसे भी लेती है। दो जी की गीता देवी ने आरोप लगाया कि मरीज पम्मी भर्ती है और सुबह की स्टाफ ने पांच सौ रुपए ले लिए। 365 हैड के आत्मा सिंह ने आरोप लगाया कि कलविंद्र कौर पत्नी गरमीत सिंह का सूरतगढ़ सीएचसी में प्रसव हुआ और वहां पर बधाई के नौ सौ रुपए ले लिए जबकि यहां पर मरीज की देखभाल भी नहीं हुई।
डॉक्टर्स की लापरवाही से मरीज की मौत हो गई। मेरी पत्नी सही थीं और डॉक्टर को दिखाकर भी आया था। जबकि डॉक्टर्स ने मरीज की देखभाल नहीं की,इस कारण मरीज की मौत हुई।
रूपचंद,मृतक महिला का पति,सद्भावना नगर।
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महिला साढ़े आठ माह की गर्भवती थी। महिला के पास बाहर की जांच थी,उसमें पांच प्रतिशत रक्त था और यहां पर जांच करवाई तो साढ़े सात ग्राम रक्त होने पर एक यूनिट दिन में रक्त चढ़ाया गया। शाम को महिला ने सांस लेने में तकलीफ बताई तो मौके पर डॉ.सोनिया छाबड़ा ने महिला की जांच कर ट्रीटमैंट व ऑक्सीजन भी शुरू किया। इस बीच महिला की रक्त की कमी और हार्ट फैलियर होने की वजह से मौत हो गई।
डॉ.मुकेश स्वामी,एचओडी गायनिक वार्ड,श्रीगंगानगर। गर्भवती महिला की मौत की सूचना मिलने पर गायनिक वार्ड के एचओडी सहित मौके पर पहुंचा। मरीज की मौत कैसे हुई। टिकट को देखा और मरीज में रक्त की कमी थी और डॉक्टर्स ने हार्ट फैलियर से मौत होना बताया है। डॉक्टर्स,नर्सिंग स्टाफ या अन्य कोई स्टाफ रोगी की देखभाल नहीं करता है पैसे की मांग करता है तो लिखित में शिकायत करें,जांच कर सख्त कार्रवाई करेंगे।
डॉ.बलदेव सिंह चौहान,पीएमओ,जिला चिकित्सालय,श्रीगंगानगर।