यहां ज्यादा पशुओं का ठहराव
फायर ऑफिसर चुन्नीराम ने बताया कि सूरतगढ बाइपास पर आवारा पशुओं का जमावड़ा होता हैं। यहां तूड़ी की खुली बोली के लिए केन्द्र बना हुआ था। इस वजह से सूरतगढ बाइपास पर महज एक खेळी होने के कारण वहां कई देर तक फायर बिग्रेड की गाड़ी को रोकना पड़ा। यह खेळी पशुओं के लगातार पानी पीने से बार बार खाली हो रही थी। ऐेसे वहां सीमेंटेड टंकी या एक और खेळी बनाने की जरुरत हैं।
एक शहर दो तापमान
नेशनल हाईवे सूरतगढ़ रोड़ स्थित राजकीय आयुर्विज्ञान महाविद्यालय के पास सड़क के दोनों तरफ पेड़ ही नहीं है। इस कारण दूर तक सड़क साफ दिखाई देती है। दोपहर ढाई बजे के करीब तापमापी से पारा नापा गया तो यहां का रियल फील तापमान 47.5 डिग्री सेल्सियस आया। इधर, सात जैड चुंगी के पास श्रीकरणपुर रोड का नजारा। सड़क के दोनों तरफ सघन पेड़ होने के कारण यहां सड़क दिखाई नहीं देती। दोपहर 2.45 बजे के करीब यहां तापमापी से पारा नापा गया तो रीयल फील तापमान 41.1 डिग्री सेल्सियस के करीब आया।